कुरुक्षेत्र: किसानों ने एक बार फिर सरकार और प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी है. पिछले लंबे समय से किसान एमएसपी रेट पर सूरजमुखी खरीद की मांग सरकार से कर रहे हैं. जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) ने सरकार को 5 जून शाम तक का अल्टीमेटम दिया था. यूनियन की मांग की थी कि सरकार सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर करे. अल्टीमेटम खत्म होने के बाद आज किसानों ने शाहबाद में जीटी रोड जाम कर दिया. दोनों पक्षों में फिलहाल तनाव का माहौल बना हुआ है.
किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बैठक हुई लेकिन सहमति नहीं बन पाई. हर बैठक बेनतीजा रही. जिसके बाद किसानों ने साफतौर पर सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि जल्द से जल्द हमारी मांगें नहीं मानी गई तो 6 जून को किसान कुरुक्षेत्र-शाहबाद में आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे. इसी कड़ी में मंगलवार 6 जून को जिला पुलिस प्रशासन की तरफ से किसानों को हाईवे जाम करने से रोकने के लिए भारी बेरिकेडिंग भी की गई. लेकिन पुलिस प्रशासन के सभी इंतजाम किसानों के आगे फेल होते दिखाई दिए.
ये भी पढ़ें: कुरुक्षेत्र में भाकियू की महापंचायत: किसानों ने दी चेतावनी, सरकार से सहमति नहीं बनने पर होगी आर-पार की लड़ाई
नराज किसान भारी संख्या में शाहाबाद हाईवे के पास एक जगह पर एकत्र हुए. जिसके बाद वो हाईवे को जाम करने के लिए बराड़ा रोड की तरफ से निकले. हालांकि पुलिस की तरफ से दूसरी जगह पर ज्यादा बैरिकेडिंग की गई थी. इसलिए उस जगह की बजाय बराड़ा रोड की तरफ से सैकड़ों की संख्या में किसान जीटी रोड जाम करने के लिए पहुंचे और शाहबाद में हाइवे को जाम कर दिया.
शाहबाद जीटी रोड जाम करने के दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा. इसलिए किसानों और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव होने की स्थिति बन गई. सैकड़ों की संख्या में किसान जीटी रोड जाम कर के बीच सड़क पर ही बैठ गए. सोमवार को किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम चढूनी ने वीडियो संदेश जारी करके पूरे हरियाणा के किसानों को इस प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया गया था. इसके चलते हरियाणा भर से सैकड़ों की संख्या में किसान जीटी रोड जाम करने के लिए पहुंचे.
ये भी पढ़ें: Wrestler Protest: सोनीपत में सरोहा खाप की महापंचायत, गांवों में बीजेपी-जेजेपी नेताओं की एंट्री पर लगाया बैन