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कम लागत से चाहते हैं ज्यादा मुनाफा तो अपनाए केले की खेती, किसान अजेब सिंह बने मिसाल

किसान अजेब सिंह ने बताया कि कैसे गेहूं और धान की फसलों की जगह केले की फसल उगाई जा सकती है और पानी की बचत के साथ ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है.

किसान अजेब ने पेश की मिसाल
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Published : Aug 26, 2019, 1:15 PM IST

Updated : Oct 23, 2019, 11:21 PM IST

कुरुक्षेत्र: किसान अजेब सिंह ने वातावरण अनुकूल ना होते हुए भी केले की खेती कर दूसरे किसानों के लिए मिसाल कायम की है. अजेब सिंह का ये प्रयोग काफी हद तक सफल भी रहा है. किसान अजेब सिंह का कहना है कि उन्होंने केले की खेती 2 साल पहले शुरू की थी. गुरुग्राम की कंपनी से बीज लेकर पौधा उगाया था और 2 एकड़ भूमि में ये केले की फसल लगाई थी.

किसान अजेब सिंह ने बताया कि कैसे गेहूं और धान की फसलों की जगह केले की फसल उगाई जा सकती है और पानी की बचत के साथ ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है.

वीडियो पर क्लिक कर जानें कैसे होती है केले की खेती और क्या है इसके फायदे

केले का पेड़ लगाने के लिए लाइन से लाइन की दूरी 6 फीट की होनी चाहिए और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 5 फीट होनी चाहिए. 1 एकड़ में लगभग 1250 पौधे लगते हैं. उत्तरी हरियाणा का मौसम इस खेती के लिए अनुकूल है, लेकिन दिसंबर में इस को सर्दी से बचाने के लिए थोड़े बंदोबस्त जरूर करने पड़ते हैं

ये भी पढ़ें- किसानों के लिए खुशखबरी, 120 दिनों में पककर तैयार होगी गेहूं की ये नई फसल

अगर आपको कम रुपयों में ज्यादा मुनाफा कमाना है तो केले की खेती आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. दूसरा इस खेती से पानी की भी बचत होगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी पानी की कमी को लेकर चिंता जता चुके हैं. उन्होंने किसानों से अपील की है कि वो धान की खेती को छोड़कर दूसरी खेती अपनाएं. ताकि पानी की बचत हो सके.

कुरुक्षेत्र: किसान अजेब सिंह ने वातावरण अनुकूल ना होते हुए भी केले की खेती कर दूसरे किसानों के लिए मिसाल कायम की है. अजेब सिंह का ये प्रयोग काफी हद तक सफल भी रहा है. किसान अजेब सिंह का कहना है कि उन्होंने केले की खेती 2 साल पहले शुरू की थी. गुरुग्राम की कंपनी से बीज लेकर पौधा उगाया था और 2 एकड़ भूमि में ये केले की फसल लगाई थी.

किसान अजेब सिंह ने बताया कि कैसे गेहूं और धान की फसलों की जगह केले की फसल उगाई जा सकती है और पानी की बचत के साथ ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है.

वीडियो पर क्लिक कर जानें कैसे होती है केले की खेती और क्या है इसके फायदे

केले का पेड़ लगाने के लिए लाइन से लाइन की दूरी 6 फीट की होनी चाहिए और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 5 फीट होनी चाहिए. 1 एकड़ में लगभग 1250 पौधे लगते हैं. उत्तरी हरियाणा का मौसम इस खेती के लिए अनुकूल है, लेकिन दिसंबर में इस को सर्दी से बचाने के लिए थोड़े बंदोबस्त जरूर करने पड़ते हैं

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अगर आपको कम रुपयों में ज्यादा मुनाफा कमाना है तो केले की खेती आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. दूसरा इस खेती से पानी की भी बचत होगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी पानी की कमी को लेकर चिंता जता चुके हैं. उन्होंने किसानों से अपील की है कि वो धान की खेती को छोड़कर दूसरी खेती अपनाएं. ताकि पानी की बचत हो सके.

Intro:धान और गेहूं की फसल से तंग आकर किसान ने हरियाणा में वातावरण अनुकूल ना होते हुए भी केले की खेती कर बनाई मिसाल

पुरानी खेती से तंग आकर आजकल किसान खेती में अलग-अलग प्रयोग कर रहा है और खेती को एक नया रूप दे रहा है इसी चरण में हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के किसान ने 2 एकड़ में केले की खेती की है और वह आज सफल भी हो गई है किसान अजेब सिंह का कहना है कि उन्होंने यह खेती आज से 2 साल पहले की थी उन्होंने गुड़गांव की एक कंपनी से बीज लेकर यहां अपने क्षेत्र में अकेला उगाया था और उसने 2 एकड़ भूमि में यह केले की फसल लगाई थी।

किसान अजैब सिंह ने कहा कि वह 2 एकड़ सिर्फ प्रयोग के रूप में केले की खेती शुरू की थी लेकिन खेती सफल हो चुकी है 18 महीने बाद केले के पेड़ पर फल आना शुरू हो गया है उसने बताया कि 1 एकड़ पर लगाने से लेकर फल आने तक लगभग ₹100000 तक का खर्च आता है और 1 एकड़ में 3 से ₹400000 तक का मुनाफा कमाया जा सकता है।

पेड़ लगाने का तरीका।

केले का पेड़ लगाने के लिए लाइन से लाइन की दूरी 6 फीट की होनी चाहिए और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 5 फीट होनी चाहिए 1 एकड़ में लगभग 1250 पौधे लगते हैं और अजायब सिंह के द्वारा लगाई हुई इस केले की पौधे की जी नाम की सिम है जो सोर्टरन कंपनी का है।



Body:1 एकड़ में 300 क्विंटल तक चल निकल आता है और जब हम मार्केट में कच्चा केला भेजते हैं तो 14 से ₹16 प्रति किलो के हिसाब से हमारा बिकता है जो लगभग 400001 एकड़ से निकलेगा अगर हम पौधे की बात करें तो एक पौधे से लगभग 25 किलोग्राम तक का फल निकलता है।
उतरी हरियाणा के मौसम के लिए अनुकूल है लेकिन दिसंबर के माह में इस को सर्दी से बचाने के लिए थोड़े बंदोबस्त जरूर करने पड़ते हैं और हर 2 महीने बाद इनके पौधों की कटाई में चटाई होती रहती है और समय-समय पर खरपतवार के लिए सप्रे करना पड़ता है।
किसान अजैब सिंह ने कहा कि हरियाणा में दिन प्रतिदिन पानी की कमी होती जा रही है जिसके लिए कुछ क्षेत्र डार्क जोन में भी आ चुके हैं जिसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी एक मुहिम छेड़ी है कि हम धान की फसल को छोड़कर अन्य फसल लगानी चाहिए जिससे पानी की खपत कम होगी ताकि हम लंबे समय तक खेती कर सके और आने वाली पीढ़ी को भी हम पानी दे सकें इस पर अजय सिंह ने काम किया और यह सोचकर भी उन्हें केले की खेती शुरू की जो एक सफल फसल के रूप में अजब सिंह को मिली है।
दूसरे किसान भाइयों को सुझाव देते हुए अजैब सिंह ने कहा की धान की फसल को छोड़कर ऐसी खेती करनी चाहिए जिसमें फसल अधिक हो और कम समय में ज्यादा मुनाफा हो


Conclusion:बाईट:-किसान अजैब सिंह
Last Updated : Oct 23, 2019, 11:21 PM IST
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