कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंति महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. गीता जयंती के तीसरे दिन यानी 25 नवंबर को ब्रह्मसरोवर पर प्रयटकों का तांता लगा रहा. यहां खास बात ये है कि गीता जयंति महोत्सव के अवसर पर यहां 700 से ज्यादा स्टॉल लगाए जाएंगे. जिसमें हर राज्य से हस्त कलाकारों की कला संस्कृति से जुड़ी चीजों का भी प्रदर्शन होगा.
अबकी बार 2019 गीता जयंति महोत्सव में इसरो की प्रदर्शनी भी एक मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी और 550वें पर्व पर धार्मिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा जो कि पहली बार होगा. पश्चिम बंगाल से आये कारीगरों द्वारा बनाई गई मूर्तियों बड़ी आकर्षक है.
ये पढ़ें- 1 दिसंबर से टोल प्लाजा पर फास्टैग होगा अनिवार्य, सुनिए वाहन चालकों की इस पर क्या है राय
पश्चिम बंगाल से आए कारीगर कृष्णा सिंह ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से यह आ रहे है और उनके द्वारा बनाई गई टेराकोटा (पकाई गई मिट्टी) की मूर्तियों की बहुत मांग है और उनके द्वारा धान के दानों से बनाई गई मूर्ति बजी लोगों को आकर्षित करती है. वो यहां काम के लिए आते ही है पर यह आने से उन्हें मन को भी शांति मिलती है ओर उन्हें यह काफी मुनाफा भी मिल जाता है.
ये पढे़ं- अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज, यहां दिखेंगे विश्व संस्कृति के बहुरंग
गुजरात हैंडलूम लोगों को कर रही आकर्षक
गुजरात से आये कारीगरों की तरफ हैंडलूम भी लोगों को काफी पसंद आ रहा है. हस्त कारीगर रेखा ने बताया कि वह गुजरात से यहां गीता जयंती में आई है और उनके द्वारा चादरों पर की गई डिजायनिंग को भी पसंद किया जा रहा है और बढ़ती भीड़ के साथ उनके वेपर को बजी अच्छा खासा मुनाफा मिल रहा है.