कुरुक्षेत्र: केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए अध्यादेश के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन का प्रदेश भर में प्रदर्शन जारी है. किसान ट्रैक्टर पर काले झंडे के साथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कुरुक्षेत्र की शाहबाद अनाज मंडी में भी हजारों की संख्या में किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है.
किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाकर केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए तीन अध्यादेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद रोष प्रदर्शन का काफिला शाहबाद बराड़ा रोड से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गों से होता हुआ शाहाबाद अनाज मंडी पहुंचा. यहां पर बीकेयू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सरकार का ये अध्यादेश एक तरीके से काला कानून है, जिससे किसानों और आढ़तियों को ही नहीं बल्कि पूरे देश की जनता को इससे खतरा है. ये आंदोलन बहुत बड़ा रूप लेने वाला है. उन्होंने कहा कि हमारा ये संघर्ष राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी फैलेगा.
उन्होंने कहा कि किसानों को कोरोना से कम इस अध्यादेश से ज्यादा खतरा है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार तीन अध्यादेश को वापस ले. गुरनाम सिंह ने कहा कि अध्यादेशों के जारी होने से मंडी से जुड़ा हर व्यक्ति का रोजगार छिन जाएगा.
हम सरकार से अपील करते हैं कि खेती को कॉरपरेट के हवाले न करे. शाहबाद अनाज मंडी प्रधान बिट्टू कालड़ा ने भी इस आंदोलन का समर्थन करते हुए रोष प्रदर्शन में भाग लिया. उन्होंने बताया कि इन अध्यादेशों से सबसे छोटे किसान को ज्यादा नुकसान होगा. 70-80 सालों से किसानों और आढ़तियों का रिश्ता बहुत पुराना है, जिसे केंद्र सरकार एक झटके में तोड़ रही है.
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उन्होंने बताया कि आढ़ती एक तरीके से किसानों के लिए एटीएम की तरह काम करता है. उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान और आढ़ती आपसी रिश्ते से बहुत खुशहाल है. केंद्र सरकार को यूपी और बिहार के किसानों के लिए कुछ करना चाहिए.