कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अधिकारियों के लिए धोखाधड़ी मुक्त परीक्षाओं को सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है. पीजी (प्रथम सेमेस्टर) की चल रही परीक्षाओं के दौरान अब तक अनुचित साधनों के उपयोग के 10 मामले सामने आए हैं.
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परीक्षा के दौरान परीक्षा में गड़बड़ी, नकल करने, किताबों के इस्तेमाल और बाकी ऑफ-कैमरा के लिए कंप्यूटर में क्रैसिव राइटिंग फॉन्ट का इस्तेमाल करने की घटनाएं हुई हैं. ऑफलाइन परीक्षाओं के दौरान छात्रों को पकड़ना आसान था, लेकिन ऑनलाइन परीक्षा के दौरान यह बहुत कठिन हो जाता है.
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय जनसंपर्क निदेशक डॉ. बृजेश साहनी ने बताया की कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आजकल पीजी (प्रथम सेमेस्टर) की परीक्षा चल रही है. सरकार के दिशा निर्देश द्वारा कोविड महामारी में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की है. जिसमे छात्रों को उनके परिजनों की सुरक्षा को देखते हुए हरियाणा प्रदेश में पीजी (प्रथम सेमेस्टर) की परीक्षाओं को करवाना एक कठिन काम था.
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उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार, परीक्षा के दौरान परीक्षा में गड़बड़ी, नकल करने, किताबों के इस्तेमाल और बाकी ऑफ-कैमरा के लिए कंप्यूटर में क्रैसिव राइटिंग फॉन्ट का इस्तेमाल करने की घटनाएं हुई हैं. उन्होंने बताया कि इस समय पीजी (प्रथम सेमेस्टर) के लगभग 4 हजार छात्रों ने परीक्षा दी है.