करनाल: रविवार को शहर में प्रदेशभर से आए पीजीटी अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इन टीचर्स का कहना है कि हमारी भर्ती के नतीजे दो साल पहले 2019 में आ गए थे और तब से ही हम लगातार मंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं कि हमारी नियुक्ति की जाए लेकिन हमें सिर्फ झूठे आश्वासन दिए जाते हैं.
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टीचर्स का कहना है कि हमारे पास जॉइनिंग का लेटर तो आया नहीं बल्कि हमारी भर्ती को रद्द करने का नोटिस जरूर आ गया है. पीजीटी टीचर्स का कहना है कि सरकार ने नई भर्ती भी निकाल दी है.उन्होंने बताया कि ये मामला कोर्ट में था लेकिन उससे पहले ही सरकार ने हमारी जॉइनिंग को रद्द कर दिया है.
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वहीं पीजीटी टीचर्स ने अपनी आवाज बुलंद करने के लिए सड़कों पर उतरकर हल्ला बोल किया. उनका कहना है कि अगर संस्कृत और गीता को बचाना है तो टीचर्स की भर्ती होनी चाहिए ताकि हम बच्चों को पढ़ा सके और संस्कृत और गीता के सन्देश के बारे में बता सकें.
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पीजीटी टीचर्स ने कहा कि हमारा क्या कसूर था जो हमने 2015 से लेकर अब तक जॉइनिंग के हर प्रोसेस को फॉलो किया और अब हमारी जॉइनिंग से पहले भर्ती को रद्द कर दिया गया है.