करनाल: इंद्री के चुरनी गांव में चार दिन पहले 50 साल के प्रेमचंद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. परिजनों ने अभी तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है. पीड़ित परिवार ने प्रेमचंद की हत्या की आशंका जताई है और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वो अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
प्रेमचंद के परिजनों के बयान पर पुलिस ने 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस का कहना है कि एफआईआर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है. मृतक के परिजन पुलिस की इस कार्रवाई से नाखुश हैं. परिजन तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
इस मामले में पप्पू जागीरदार, उसकी पत्नी और एक पड़ोसी परमिंदर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. पुलिस ने दो आरोपियों को पूछताछ के लिए राउंडअप भी किया है. आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है, पुलिस के सामने अभी तक हत्या के पुख्ता सबूत सामने नहीं आए हैं. पीड़ित परिवार को पुलिस और प्रशासन पर भरोसा करना चाहिए. अंतिम संस्कार ना करने की जिद अच्छी नहीं है. सुभाष, डीएसपी, इंद्री
प्रेमचंद के बेटे राहुल ने कहा कि उनके पिता गांव में ही जमींदार पप्पू जागीरदार के पास मजदूरी करते थे. हर रोज की तरह शनिवार को भी वो काम पर गए थे. राहुल के मुताबिक प्रेमचंद चप्पल पहनकर पप्पू जागीरदार के घर के अंदर चले गए थे. इस बात से नाराज पप्पू ने प्रेमचंद को बेरहमी से पीटा. उसके बाद पप्पू ने खुद प्रेमचंद के परिवार को फोन करके बताया कि प्रेमचंद अचानक से बेहोश हो गया.
जब प्रेमचंद का बेटा राहुल मौके पर पहुंचा, तो उसने देखा कि उसके पिता के ऊपर बाल्टी से पानी डाला गया था. इसके बाद वो अपने पिता को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले गया. राहुल के मुताबिक होश आने पर प्रेमचंद ने बताया कि वो पप्पू के घर चप्पल पहनकर घुस गया था, इसी वजह से उसे पीटा गया. राहुल ने बताया कि इलाज के दौरान उनके पिता की मौत हो गई.
मृतक के बेटे के मुताबिक पुलिस के पास पोस्टमार्टम की रिपोर्ट है. जिसमें उसके पिता के शरीर पर चोट के निशान का सबूत है. बावजूद इसके पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है. राहुल ने कहा कि जब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करेगी, तब तक वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और परिजनों ने करनाल मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन किया.