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Kartik Maas 2023: कार्तिक मास शुरू, भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व, इस महीने भूलकर भी न करें ये काम - बैकुंठ चतुर्दशी

Kartik Maas 2023 हिंदू पंचांग के अनुसार आज रविवार, 29 अक्टूबर से कार्तिक मास शुरू हो गया है. इस महीने में करवा चौथ, दिवाली और छठ समेत कई व्रत एवं त्योहार आने वाले हैं. आइए जानते हैं आखिर कार्तिक मास में कौन-कौन से व्रत एवं त्योहार आने वाले हैं. (significance of Kartik Maas festival in kartik Maas tulsi puja Kartik Purnima)

Kartik Maas 2023
कार्तिक मास में व्रत एवं त्योहार
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 29, 2023, 10:56 AM IST

करनाल: हिंदू पंचांग के अनुसार हिंदू वर्ष का आठवां महीना कार्तिक मास है. रविवार, 29 अक्टूबर से कार्तिक मास शुरू हो गया है. कार्तिक मास सनातन धर्म में विशेष महत्व रखता है. क्योंकि कहा जाता है कि कार्तिक मास विष्णु भगवान का सबसे प्रिय महीना होता है. चातुर्मास लगने के दौरान भगवान विष्णु 4 महीने के लिए निंद्रा अवस्था में चले जाते हैं, और वह कार्तिक मास में ही देवउठनी एकादशी के दिन अपनी निद्रा से जागते हैं , चातुर्मास के दौरान जब भगवान विष्णु निद्रा अवस्था में चले जाते हैं तब सभी प्रकार के मांगलिक कार्य करने पर रोक लग जाती है, अगर कोई मांगलिक कार्य करता है तो वह अशुभ माना जाता है, तो वहीं कार्तिक महीने को धन की वर्षा होने वाला महीना भी कहा जाता है क्योंकि इस महीने में धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है . तो आईए जानते हैं कि कार्तिक मास का महत्व और इसमें आने वाले व्रत में त्योहार.

कार्तिक महीने का सनातन धर्म में महत्व: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने कहा कि कार्तिक महीने का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है इस बार कार्तिक महीने का आरंभ 29 अक्टूबर से शुरू हो रहा है जिसका समापन 27 नवंबर को होगा, यह भगवान विष्णु का सबसे प्रिया महीना माना जाता है इस महीने में भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी,भगवान भोलेनाथ और कार्तिकेय की पूजा अर्चना भी की जाती है , और साथ में तुलसी माता का पूजन और उसका विवाह भी किया जाता है, कार्तिक महीने में पवित्र नदी तालाब या कुंड में स्नान करने उपरांत दान करने का विशेष महत्व है. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति कार्तिक महीने में पवित्र नदी में स्नान करने बाद दान करता है तो दान का कई गुना फल मिलता है. साथ ही इंसान के सभी प्रकार के ग्रहों दोष दूर होते हैं. इस महीने में स्नान दान के साथ-साथ व्रत भी रखे जाते हैं, जिससे रखने से इंसान के सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं.

Kartik Maas 2023
कार्तिक मास में व्रत एवं त्योहार

कार्तिक महीने में क्या करें?: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने बताया कि कार्तिक महीने में पवित्र नदी तालाब में स्नान करने का विशेष महत्व होता है. शास्त्रों में बताया गया है कि कार्तिक महीने में पवित्र नदी या तालाब में स्नान करने वाले इंसान के सभी पाप धुल जाते हैं और उसको सीधा मोक्ष की प्राप्ति होती है. कार्तिक महीने के शुरू होते पूरा महीना तुलसी की पूजा करें और पूजा करने के दौरान उसके नीचे देसी घी का दीपक जला कर उसकी परिक्रमा करनी चाहिए इससे परिवार में सुख समृद्धि आती है और आर्थिक स्थिति मजबूर होती है.

कार्तिक महीने में क्या न करें?: कार्तिक महीने में दान करने का भी विशेष महत्व बताया गया है दान में आप जरूरतमंद लोगों को अपनी इच्छा अनुसार कुछ विधान कर सकते हैं, लेकिन अगर आप आवला, तिल ऊनी वस्त्र दान करते हैं तो उनका दान करने का ज्यादा फल मिलता है. इस महीने में गाजर, कंद,मूली ओर शकरकंदी इत्यादि को खाने में शामिल करना चाहिए जिसे स्वस्थ है अच्छा रहता है और व्यक्ति की काया निरोगी होती है. कार्तिक महीने में भूलकर भी मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.

कार्तिक महीने में होती है धन वर्षा!: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने बताया कार्तिक महीना सनातन धर्म के लोगों के लिए काफी लाभकारी होता है.इसमें विशेष तौर पर माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है. माता लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है. उनकी पूजा अर्चना करने से घर में धन की वर्षा होती है. वहीं, इसी महीने में धनतेरस का त्योहार भी मनाया जाता है, जिसको घर में धान रुपी बरकत आने में धनतेरस पर विशेष पर माता लक्ष्मी एवं कुबेर की पूजा अर्चना की जाती है. ऐसा करने से परिवार में धन समृद्धि बनी रहती है और सभी का स्वास्थ्य अच्छा रहता है.

कार्तिक महीने में तुलसी पूजा का है विशेष महत्व: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने बताया कि कार्तिक महीने में तुलसी की पूजा करने का विशेष महत्व होता है. तुलसी की पूजा करने से परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है और घर में आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. पूरे कार्तिक महीने में तुलसी के पौधे के नीचे देसी घी का दीपक जलाकर पूजा अर्चना करें और तुलसी की परिक्रमा करें. मान्यता है कि तुलसी माता लक्ष्मी को काफी प्रिय है और तुलसी की पूजा करने से माता लक्ष्मी की कृपा श्रद्धालु के परिवार पर बनी रहती है. यह तुलसी पूजा के लिए सबसे अहम महीना होता है और इसी महीने में तुलसी का विवाह भी किया जाता है.

कार्तिक महीने में व्रत-त्योहार: कार्तिक महीने को हिंदुओं के लिए विशेष महीना कहा जाता है. क्योंकि इस महीने में हिंदुओं का प्रमुख त्योहार करवा चौथ और दिवाली का त्योहार आता है. आइए जानते हैं और कौन-कौन से प्रमुख व्रत एवं त्योहार इस महीने में आएंगे.

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1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. इस दिन ही वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी भी है. 5 नवंबर को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाएगा. 9 नवंबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. 10 नवंबर को धनतेरस का त्यौहार मनाया जायेगा ओर इस दिन ही प्रदोष व्रत भी है. 11 नवंबर को मासिक शिवरात्रि.
12 नवंबर को दीपवाली है. इस दिन अमावस्या भी है. 13 नवंबर को गोवर्धन पूजा है. 14 नवंबर को भाई दूज है. 16 नवंबर को विनायक चतुर्थी है.

17 नवंबर को वृश्चिक संक्रांति है. 19 नवंबर को छठ महापर्व है. 20 नवंबर को गोपाष्टमी है. 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है. 24 नवंबर को तुलसी विवाह एवं प्रदोष व्रत है. 25 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी है. 26 नवंबर को देव दिवाली है. वहीं, 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है. इसके साथ ही कार्तिक महीने का समापन हो जाएगा.

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करनाल: हिंदू पंचांग के अनुसार हिंदू वर्ष का आठवां महीना कार्तिक मास है. रविवार, 29 अक्टूबर से कार्तिक मास शुरू हो गया है. कार्तिक मास सनातन धर्म में विशेष महत्व रखता है. क्योंकि कहा जाता है कि कार्तिक मास विष्णु भगवान का सबसे प्रिय महीना होता है. चातुर्मास लगने के दौरान भगवान विष्णु 4 महीने के लिए निंद्रा अवस्था में चले जाते हैं, और वह कार्तिक मास में ही देवउठनी एकादशी के दिन अपनी निद्रा से जागते हैं , चातुर्मास के दौरान जब भगवान विष्णु निद्रा अवस्था में चले जाते हैं तब सभी प्रकार के मांगलिक कार्य करने पर रोक लग जाती है, अगर कोई मांगलिक कार्य करता है तो वह अशुभ माना जाता है, तो वहीं कार्तिक महीने को धन की वर्षा होने वाला महीना भी कहा जाता है क्योंकि इस महीने में धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है . तो आईए जानते हैं कि कार्तिक मास का महत्व और इसमें आने वाले व्रत में त्योहार.

कार्तिक महीने का सनातन धर्म में महत्व: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने कहा कि कार्तिक महीने का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है इस बार कार्तिक महीने का आरंभ 29 अक्टूबर से शुरू हो रहा है जिसका समापन 27 नवंबर को होगा, यह भगवान विष्णु का सबसे प्रिया महीना माना जाता है इस महीने में भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी,भगवान भोलेनाथ और कार्तिकेय की पूजा अर्चना भी की जाती है , और साथ में तुलसी माता का पूजन और उसका विवाह भी किया जाता है, कार्तिक महीने में पवित्र नदी तालाब या कुंड में स्नान करने उपरांत दान करने का विशेष महत्व है. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति कार्तिक महीने में पवित्र नदी में स्नान करने बाद दान करता है तो दान का कई गुना फल मिलता है. साथ ही इंसान के सभी प्रकार के ग्रहों दोष दूर होते हैं. इस महीने में स्नान दान के साथ-साथ व्रत भी रखे जाते हैं, जिससे रखने से इंसान के सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं.

Kartik Maas 2023
कार्तिक मास में व्रत एवं त्योहार

कार्तिक महीने में क्या करें?: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने बताया कि कार्तिक महीने में पवित्र नदी तालाब में स्नान करने का विशेष महत्व होता है. शास्त्रों में बताया गया है कि कार्तिक महीने में पवित्र नदी या तालाब में स्नान करने वाले इंसान के सभी पाप धुल जाते हैं और उसको सीधा मोक्ष की प्राप्ति होती है. कार्तिक महीने के शुरू होते पूरा महीना तुलसी की पूजा करें और पूजा करने के दौरान उसके नीचे देसी घी का दीपक जला कर उसकी परिक्रमा करनी चाहिए इससे परिवार में सुख समृद्धि आती है और आर्थिक स्थिति मजबूर होती है.

कार्तिक महीने में क्या न करें?: कार्तिक महीने में दान करने का भी विशेष महत्व बताया गया है दान में आप जरूरतमंद लोगों को अपनी इच्छा अनुसार कुछ विधान कर सकते हैं, लेकिन अगर आप आवला, तिल ऊनी वस्त्र दान करते हैं तो उनका दान करने का ज्यादा फल मिलता है. इस महीने में गाजर, कंद,मूली ओर शकरकंदी इत्यादि को खाने में शामिल करना चाहिए जिसे स्वस्थ है अच्छा रहता है और व्यक्ति की काया निरोगी होती है. कार्तिक महीने में भूलकर भी मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.

कार्तिक महीने में होती है धन वर्षा!: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने बताया कार्तिक महीना सनातन धर्म के लोगों के लिए काफी लाभकारी होता है.इसमें विशेष तौर पर माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है. माता लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है. उनकी पूजा अर्चना करने से घर में धन की वर्षा होती है. वहीं, इसी महीने में धनतेरस का त्योहार भी मनाया जाता है, जिसको घर में धान रुपी बरकत आने में धनतेरस पर विशेष पर माता लक्ष्मी एवं कुबेर की पूजा अर्चना की जाती है. ऐसा करने से परिवार में धन समृद्धि बनी रहती है और सभी का स्वास्थ्य अच्छा रहता है.

कार्तिक महीने में तुलसी पूजा का है विशेष महत्व: पंडित श्रद्धानंद मिश्रा ने बताया कि कार्तिक महीने में तुलसी की पूजा करने का विशेष महत्व होता है. तुलसी की पूजा करने से परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है और घर में आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. पूरे कार्तिक महीने में तुलसी के पौधे के नीचे देसी घी का दीपक जलाकर पूजा अर्चना करें और तुलसी की परिक्रमा करें. मान्यता है कि तुलसी माता लक्ष्मी को काफी प्रिय है और तुलसी की पूजा करने से माता लक्ष्मी की कृपा श्रद्धालु के परिवार पर बनी रहती है. यह तुलसी पूजा के लिए सबसे अहम महीना होता है और इसी महीने में तुलसी का विवाह भी किया जाता है.

कार्तिक महीने में व्रत-त्योहार: कार्तिक महीने को हिंदुओं के लिए विशेष महीना कहा जाता है. क्योंकि इस महीने में हिंदुओं का प्रमुख त्योहार करवा चौथ और दिवाली का त्योहार आता है. आइए जानते हैं और कौन-कौन से प्रमुख व्रत एवं त्योहार इस महीने में आएंगे.

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1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. इस दिन ही वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी भी है. 5 नवंबर को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाएगा. 9 नवंबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. 10 नवंबर को धनतेरस का त्यौहार मनाया जायेगा ओर इस दिन ही प्रदोष व्रत भी है. 11 नवंबर को मासिक शिवरात्रि.
12 नवंबर को दीपवाली है. इस दिन अमावस्या भी है. 13 नवंबर को गोवर्धन पूजा है. 14 नवंबर को भाई दूज है. 16 नवंबर को विनायक चतुर्थी है.

17 नवंबर को वृश्चिक संक्रांति है. 19 नवंबर को छठ महापर्व है. 20 नवंबर को गोपाष्टमी है. 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है. 24 नवंबर को तुलसी विवाह एवं प्रदोष व्रत है. 25 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी है. 26 नवंबर को देव दिवाली है. वहीं, 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है. इसके साथ ही कार्तिक महीने का समापन हो जाएगा.

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