करनाल: करनाल की धान मंडी के गेट पर आपको ट्रेक्टर की लंबी कतारें देखने को मिल जाएंगी. इनमें भरपूर मात्रा में धान लदी हुई होती है. किसान त्यौहार के पहले अपनी पूरी धान बेचना चाहते हैं. उनके चेहरे खिले हुए हैं क्योंकि रेट भी ठीक मिल रहा है और समय पर मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ ऐसे किसान भी हैं. जो पीआर किस्में ला रहे हैं. इन किस्मों का रेट ठीक नहीं चलने से उनमें नाराजगी है.
अब तक कितनी धान खरीदी गई: मंडी के सचिव जितेन्द्र कुमार ने बताया कि अभी तक 6 लाख क्विंटल से ज्यादा धान की खरीद हो चुकी है.इसमें से अब तक चार लाख 12 हजार क्विंटल धान का उठान हो चुका है.ये करीब क्षमता का 70 फीसदी है.उठान के 72 घंटे के अंदर किसानों को उनका पैसा मिल रहा है. किसी भी प्रकार की शिकायत उन तक नहीं पहुंची है. मंडी में गेट पास समय से किसानों को दिया जा रहा है.
किसानों का क्या है कहना ?: मंडी पहुंचने वाल किसानों से ईटीवी भारत ने बातचीत की. यहां पहुंचे किसान मेजर सिंह ने बताया,'समय से पेमेंट मिल रहा है.मंडी में व्यवस्थाएं ठीक चल रही है.' हालांकि एक दूसरे किसान विक्रम सिंह परेशान नजर आए. उनका कहना था कि दो गेट खोले गए हैं. इसकी वजह से लंबी लाइन है. देर रात तक लाइन में लगे रहना पड़ता है. अगर और गेट खोल दिए जाएं तो सुविधा अच्छी हो जाएगी. वे आगे कहते हैं,'पीआर किस्मों का रेट कम मिल रहा है. इसका रेट सही मिलना चाहिए था क्योंकि आस-पास के इलाकों में यही किस्म ज्यादा होती है.' रेट से भले ही किसान परेशान हैं पर पेमेंट समय पर आने की बात सभी किसानों ने कही. इससे वे अगली फसल के लिए खेत को जल्दी तैयार कर लेंगे.
मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल से हो रही खरीदी : मंडी सचिव जितेन्द्र कुमार ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ही धान खरीदा जा रहा है. मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों को अपना पंजीयन कराना होता है. पंजीकृत किसानों की ही धान खरीदी जा रही है.पहले पोर्टल में टेक्नीकल फॉल्ट के कारण कुछ दिक्कतें आ रही थीं. पर अब सब सामान्य हो चुका है. करनाल अनाज मंडी में हैफेड सहित तीन एजेंसियां धान की खरीदी कर रही हैं.