करनाल: कोरोना वायरस को मात देने के लिए पहले जहां वैक्सीन का सहारा लिया गया तो वहीं अब मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल (monoclonal antibody cocktail) की मदद से कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाएगा और जल्द ही कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज (Kalpana chawla hospital) में प्रयोग भी शुरू किया जाएगा.
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कल्पना चावला अस्पताल के निदेशक डॉ. जगदीश दुरेजा ने बताया कि कोरोना महामारी का प्रभाव खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार मिलकर एक और ट्रायल पर काम कर रहे हैं. ये मोनोक्लोनल थेरेपी का ह्यूमन बॉडी पर प्रयोग किया जाएगा. ये एंटीबॉडी कॉकटेल और इम्डेविमैब का मिश्रण है, जो मरीजों को दी जाएगी. ये दवा कोरोना मरीजों की स्थिति बिगड़ने से पहले हल्के और मध्यम लक्षणों से सुरक्षा प्रदान करती है.
उन्होंने बताया कि हरियाणा में एंटीबॉडी कॉकटेल का ट्रॉयल गुरुग्राम में एक निजी हॉस्पिटल में किया गया था जिसके सफल परिणाम देखने को मिले थे. अब यही ट्रायल करनाल के कल्पना चावला मेडिकल अस्पताल में होगा.
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डॉ. जगदीश दुरेजा ने कहा कि गुरुग्राम में एंटीबॉडी कॉकटेल का अच्छा परिणाम मिलने के बाद सरकार इसका ज्यादा से ज्यादा ट्रायल करवाने पर जोर दे रही है. अगर इसके और ट्रायल सफल हो जाते हैं और इसके अच्छे परिणाम आते है तो फिर इसे मार्केट में आम जनता के लिए उतारने पर भी विचार करेगी.