करनाल: कल्पना चावला हॉस्पिटल में इलाज के बड़े बड़े दावे किए जाते हैं पर कई बार इतनी खामियां देखने को मिलती हैं कि आम जनता परेशान होती नज़र आती है. एक महिला जिसका 3 महीने का बच्चा जिसकी पेट मे ही मौत हो गई थी. ऐसे में अगर इलाज में देरी होती तो महिला की भी जान को खतरा था.
महिला के परिजनों ने बताया कि पीड़िता के पेट में काफी दर्द था, महिला अपना इलाज करवाने के लिए सुबह हॉस्पिटल में आई थी , लेकिन महिला को भर्ती नहीं किया गया, महिला दर्द से कहराती रही, महिला के परिजन डॉक्टर्स और कर्मचारियों से गुहार लगाते रहे, पर महिला को एडमिट नहीं किया गया.
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कर्मचारियों ने धक्के मार कर अस्पताल से निकाला
वहीं जब मीडिया मौके पर पहुंची, तो उसके कुछ समय बाद महिला को एडमिट किया गया और उसे इलाज मिला. महिला के पति मुकेश ने कहा कि हम कुरुक्षेत्र के लाडवा से सुबह से आए हुए हैं, लेकिन जब हमने हॉस्पिटल के कर्मचारियों को एडमिट करने की बात की उन्होंने धक्के मार कर बाहर निकाल दिया.
![karnal kalpana chawala medical college woman was moaning in pain due to The child was dead in the womb but hospital personnel kicked her out](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hr-kar-07-mahila-ko-ilaaj-nhi-mila-pkg-7204690mp4_07042021213819_0704f_1617811699_15.jpg)
पीड़िता के पति ने कहा कि हम सुबह से ही शाम के 4-5 बजे तक इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खाते रहें, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया. सारा दिन मेरी पत्नी दर्द कराहती रही क्योंकि उसके पेट में 3 महीने का मरा हुआ बच्चा था. इससे मेरी पत्नी की जान को भी खतरा हो सकता था.
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