करनाल: जिला उप आबकारी एवं कराधान विभाग के कई अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मिलकर व्यापारियों से मोटी उगाही करने का सनसनीखेज खुलासा ईटीवी भारत ने बड़ी ही प्रमुखता से किया था. जिसका धमाकेदार असर दिखाई दे रहा है. हरियाणा सरकार पूरी तरह से हरकत में आ गई है.
ईटीओ प्रशांत कादयान और इंस्पेक्टर सतीश गुप्ता सस्पेंड
हरियाणा सरकार ने इस भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद इसी विभाग के ईटीओ प्रशांत कादयान, इंस्पेक्टर सतीश गुप्ता और एक चालक ओम सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
साथ ही बीती दिवस डीटीओ आनंद सिंह दलाल की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस में सभी भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की संगीन धाराओं सहित मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है.
सीएम के संज्ञान में आते ही मामले पर कार्रवाई शुरू
इसकी पुष्टि डीएसपी विरेंद्र सैनी ने की. उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है. मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद हरियाणा सरकार ने भी इस कांड की उच्च स्तरीय जांच शुरू करवा दी है. जिससे इस गिरोह के सभी सदस्यों पर जल्द ही गाज गिरने की सूचना भी मिल रही है.
शिकायतकर्ताओं ने ईटीवी को अपने बयान में इस भ्रष्टाचार कांड में मुख्य तौर पर डीईटीसी का भी नाम लिया है और इसे ही इसका मुख्य कर्ताधर्ता बताया जा रहा है. इसके अलावा गुरुग्राम में भी पिछले दिनों हुए इस तरह के बड़े भ्रष्टाचार कांड की भी परतें खुल कर बाहर आ जाएंगी, जिसमें करनाल के डीटीओ सहित अन्य अधिकारियों के नाम शामिल हैं और उसकी जांच चल रही है.
आबकारी विभाग के अधिकारियों पर लगे संगीन आरोप
गौरतलब है की श्रीनगर, जम्मू, लद्दाख और दिल्ली के कई व्यापारियों ने इसका खुलासा मीडिया के कुछ लोगों के सामने आकर किया था और इसके भ्रष्टाचार से संबंधित ऑडियो वीडियो और अन्य दस्तावेज वायरल किए हैं. व्यापारियों ने आरोप लगाते हुए बताया था कि ये लोग सरकार के खजाने पर डाके मार रहे हैं और सरकार को मोटा नुकसान पहुंचा रहे हैं.
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