करनाल: हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (HSGPC) के नवनियुक्त प्रधान भूपिंदर सिंह असंध करनाल मंजी साहिब गुरुद्वारा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि HSGPC में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था. अंदर की खींचतान इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोपों को सिलसिला शुरू हो गया था. कोई किसी पर दाढ़ी रंगवाने तो कई किसी पर बेअदबी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाने लगा था. इन मामलों को शांत करने के लिए प्रधान महंत करमजीत सिंह ने इस्तीफा दे दिया था. तो दूसरी तरफ जनरल सेक्रेट्री गुरविंदर धमीजा ने भी अपना त्यागपत्र सौंप दिया था.
श्री अकाल तख्त उन सभी मामलों की जांच कर रही है जो आरोप आपस में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी में लगाए गए हैं. वहीं, सरकार ने मामला शांत कराने के लिए हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के वरिष्ठ उप प्रधान भूपिंदर सिंह असंध को प्रधान पद की एडिशनल जिम्मेदारी दी गई है. जबकि रमणीक सिंह मान को भी महासचिव की एडिशनल जिम्मेदारी सौंपी गई है.
आपको बता दें कि गुरुवार को मंजी साहिब गुरुद्वारे में पहुंचने पर भूपिंदर सिंह असंध का जोरदार स्वागत किया गया. भूपिंदर सिंह असंध ने गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेका. जहां उन्होंने कहा कि अब गुरुद्वारे के लिए काम तेजी से होगा. अस्पताल, स्कूल, इमारतें बनाई जाएंगी. करनाल का मांजी साहिब गुरुद्वारा भी ऐतिहासिक है, इसका काम भी जल्दी ही किया जाएगा.
भूपिंदर सिंह असंध ने कहा कि मेरा अनुभव जोड़ने का है, तोड़ने का नहीं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि सीएम से उन्होंने कहा कि चुनाव का फार्म है वो हिंदी में है जो कि पंजाबी में होना चाहिए, केशधारी सिखों की वोट बननी चाहिए. भूपिंदर सिंह असंध ने बताया कि दो महीने में वोट प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. उम्मीद है कि करीब 6 महीने तक हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी का इलेक्शन (HSGPC Election Update) हो सकता है.
मैं सभी को साथ लेकर चलता हूं. मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं लगा था. मैं आगे भी सबको साथ लेकर चलता रहूंगा. श्री अकाल तख्त की तरफ से जो आरोपों की जांच की जा रही है, मैं उस पर भी पूरी जानकारी दूंगा. मुझसे पूछा जाएगा वह में लिखकर दूंगा, जो भी मुझसे जानकारी मांगी जाएगी मैं बता दूंगा. भूपिंदर सिंह असंध, नवनियुक्त प्रधान (एडिशनल चार्ज), HSGPC