करनाल: सेना में अग्निवीर बनने की तैयारी में जुटे युवाओं के लिए अच्छी खबर है. वे अब इग्नू से ग्रेजुएशन कर सकेंगे. नई शिक्षा नीति 2020 के तहत इग्नू की ओर से अग्निवीरों के लिए नए कोर्स तैयार किए गए हैं. इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी की ओर से अग्निवीरों के लिए तीन वर्षीय स्नातक कोर्स ऑफर किया गया है. इस प्रोग्राम के तहत अग्निवीर कुल 120 क्रेडिट के लिए यह कोर्स कर सकते हैं.
इस संबंध में जानकारी देते हुए इग्नू के क्षेत्रीय प्रभारी निदेशक डॉ. धर्मपाल ने बताया कि अग्निवीरों के लिए तैयार किए गए इस खास प्रोग्राम के तहत कुल 120 क्रेडिट होंगे. करनाल इग्नू सेंटर के क्षेत्रीय प्रभारी ने बताया कि इसमें 60 क्रेडिट अग्निवीर अपने ट्रेनिंग के दौरान हासिल कर सकेंगे. इसके बाद 60 क्रेडिट अग्निवीरों को कोर्स से हासिल करने होंगे. ये कोर्स पूरा करने के लिए उम्मीदवारों के पास 6 साल का समय होगा.
कोर्स पूरा होने के बाद ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ उम्मीदवारों को स्किल सर्टिफिकेट भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय और इग्नू की ओर से मिलकर यह कोर्स डिजाइन किया गया है. वहीं अग्निवीर बनने के लिए अभ्यास कर रहे युवाओं ने कहा कि यह इग्नू की एक अच्छी पहल है. इससे उन्हें करियर बनाने के लिए एक और बेहतर अवसर मिलेगा. नौकरी के साथ-साथ वे स्नातक की डिग्री भी ऑनलाइन ले सकेंगे और सेना के साथ वह अन्य विभागों में नौकरी पा सकेंगे.
उच्चतर शिक्षण संस्थानों के अध्यापकों की ट्रेनिंग अनिवार्य: कार्यकारी निदेशक डॉ. धर्मपाल ने बताया कि उच्चतर शिक्षा संस्थानों में नई शिक्षा नीति को लागू कराने के लिए प्रदेश के सभी उच्चतर शिक्षण संस्थानों के अध्यापकों की ट्रेनिंग को अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसा करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है. उन्होंने कहा कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थान के अध्यापकों को नई शिक्षा नीति की जानकारी देना और उन्हें महारत हासिल कराना है. प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रदेश में अब तक 3000 से अधिक शिक्षकों ने अपना पंजीकरण करवा लिया है.