करनाल: कबूतरबाज बेरोजगार युवाओं को विदेश ले जाकर नौकरी करने के सपने दिखाकर लाखों रुपए ठग ले जाते हैं. करनाल जिले में बीते वर्ष एक जनवरी से 31 दिसंबर 2022 तक की अवधि में 101 मामले सामने आ चुके हैं. जबकि 2021 में 63 मामले सामने आए और 2020 में 234 मामले सामने आए थे. इन सभी मामलों को सुलझाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए पुलिस ने 70 आरोपियों को गिरफ्तार किया. जबकि जुलाई महीने से 31 दिसम्बर तक 11 करोड़ 62 लाख रुपये से ज्यादा की रिकवरी की. यह वह लोग हैं जो डोंकी (अवैध तरीके से/घुसपैठिए के रूप में) से विदेश में जाना चाहते थे.
विदेश भेजने के नाम पर ठगी: करनाल जिले में भारी संख्या में विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. बड़ा कारण यह है कि युवा विदेश जाकर जल्द धन कमाने की चाहत रखते हैं. उन्हें लगता है कि विदेश में कुछ समय में ही मोटी रकम कमा लेंगे. जिसका लाभ कबूतरबाज उठाते हैं. देश अनुसार रकम फिक्स करते हैं. युवा यूरोप जाना चाहते हैं, पर कबूतरबाज खाड़ी देशों या फिर किसी पिछड़े देश में भेज देते हैं. यहां परेशान होते हैं. एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है जुलाई से दिसंबर 2022 तक सामने आए कबूतरबाजी के मामलों में कार्रवाई की गई है.
अमेरिका-कनाडा भेजने के नाम पर धोखाधड़ी: वहीं, अमेरिका व कनाडा जाने को युवा प्राथमिकता देते हैं. दोनों देशों में भेजने के नाम पर सबसे ज्यादा ठगी के मामले सामने आते हैं. ऐसे युवाओं से ज्यादा राशि की डिमांड होती है. अमेरिका व कनाडा भेजने के नाम पर प्रति युवा से 30 लाख रुपये से एक करोड़ तक की ठगी के मामले सामने आए हैं. युवाओं व उनके स्वजनों से एडवांस पेमेंट ली जाती है और पासपोर्ट भी ले लिया जाता है. जाली दस्तावेज तैयार करके विदेश भेजने की कोशिश की जाती है. तो एयरपोर्ट पर पकड़ लिए जाते हैं. निर्धारित समय में युवा विदेश नहीं जाते तो वापिस राशि मांगते हैं.
कबूतरबाज देते हैं धमकी: न्यू प्रेम कॉलोनी निवासी महिला से उसके बेटे को अमेरिका भेजने के नाम पर 15 लाख रुपये ठगे गए थे. पुलिस ने तीन आरोपितों पर केस दर्ज किया था. रुकमणि के अनुसार उसका बेटा यश अमेरिका जाना चाहता था. परिचित बरखा ने कहा कि सोनू व गौरव नाम के एजेंट यह काम करते हैं. वह दोनों के साथ काम करती है. तीनों ने उसके बेटे को 20 लाख रुपये में अमेरिका भेजने का आश्वासन दिया और बेटे का पासपोर्ट ले लिया था. आरोपियों के बैंक खाते में 15 लाख जमा कराए लेकिन पुत्र को पांच माह बाद भी नहीं भेजा. राशि व पासपोर्ट मांगे तो जान से मारने की धमकी दी गई.
अमेरिका नहीं दुबई भेजा: बात करें कुछ महीने पहले की तो मामला सामने आया था, जब कबूतरबाजों ने अमेरिका के नाम पर एक युवक को दुबई भेज दिया था. ख्वाजा अहमद गांव निवासी गुरदीप सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि भांजे विनय कुमार को अमेरिका भेजना चाहता था. उसकी भेंट आरोपी नीरज व उसके साथी से हुई थी. दोनों ने बताया कि वे विदेश भेजने का काम करते हैं. वह भांजे विनय को अमेरिका भेजना चाहता था. दोनों आरोपियों ने 35 लाख रुपये मांगे तो पांच लाख रुपये और दस्तावेज दे दिए.
क्या कहते हैं करनाल एसपी: मामले में करनाल एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि एक जनवरी से दिसंबर 2022 तक सामने आए कबूतरबाजी के मामलों में त्वरित कार्रवाई की गई है. पुलिस ऐसे मामलों को लेकर जनजागरूकता अभियान भी चलाती रही है. इसके बावजूद लोग कहीं न कहीं सजगता नहीं बरतते. इसी के चलते ये घटनाएं बढ़ रही हैं. लोगों को अपने साथ पेश आने वाले ऐसे मामलों की त्वरित शिकायत पहुंचानी चाहिए. पुलिस इन पर पूरी तत्परता से आवश्यक कार्रवाई करेगी.
विदेश भेजने के नाम पर लाखों लूटे: वहीं, पिछले वर्ष विदेश भेजने के नाम पर कुछ युवाओं से भी 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. खेड़ी नरू गांव के कृष्ण कुमार व निपुण ने पुलिस को शिकायत दी थी, कि अहमदाबाद के आरिफ शेख से वह करनाल कचहरी में मिलते थे. उसने कहा कि वह लोगों को विदेश भेजता है. यह बात आशीष, राहुल, नीरज व अन्य को पता चली तो उन्होंने विदेश जाने की इच्छा जाहिर की. आरिफ ने कहा कि एक आदमी का खर्च 16 लाख रुपये आएगा. 12 लाख 50 हजार रुपये में सहमति हुई. आरोपितों की मांग अनुसार राशि जमा करा दी गई. बाद में पता चला कि आरोपितों ने विदेश भेजने के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी की है. उनसे कुल 40 लाख 80 हजार रुपये ठगे गए.
विदेश भेजने के नाम पर धंधा: देश के युवा विदेशों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं. चाहे विदेश में जाकर डॉलर में पैसा कमाने की बात हो या फिर सात समुंदर पार जाकर वहां की नई टेक्नोलॉजी की जानकारी एकत्रित करने की बात हो. युवाओं को पराये देश में भेजने के लिए एजेंट भी बैठे रहते हैं. जिनमें से कुछ सही तरीके से काम करते हैं, तो कुछ ने विदेश भेजने की आड़ की ठगी का धंधा ही खोल लिया है. दूसरे देश में भेजने और वहां पर फंसाकर लाखों रुपए ऐंठ लिए जाते हैं.
हाल ही में सामने आया मामला: ऐसी ही एक शिकायत 4 दिन पहले असंध के जबाला निवासी सतपाल सिंह ने पुलिस का दी है. जिसमें एजेंट पर आरोप लगाया है कि उसके भाई प्रदीप को अमेरिका में विजिटिंग विजा पर भेजने की बजाए अजरबैजान में भेज दिया. जहां पर उसे बंधक बना लिया गया और उनसे लाखों रुपए ऐंठे गये. इतना ही नहीं पैसे ना भेजने पर जान से मारने की भी शंका जाहिर की है.
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युवक को बंधक बनाकर करोड़ों रुपये की डिमांड: शिकायतकर्ता सतपाल सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उनकी असंध सफीदों रोड पर महादेव नाम से डेयरी है. उसका भाई प्रदीप व उसका दोस्त अमरजीत वासी गांव दुपेडी, जो डेयरी उद्योग को और बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने के लिए जानकारी हासिल करना चाहते है. जिसके बाद उसकी व उसके भाई की बात अमृतपाल सिंह (अमृतपाल सिंह की माता नरेन्द्र कौर) निवासी बंसत विहार करनाल के साथ हुई थी. जिसने बताया कि अमेरिका में बड़ी-बड़ी डेयरियां हैं और आधुनिक मशीनों से कम खर्च में बढ़िया काम होता है, ज्यादा मुनाफा होता है.
अजरबैजान में युवक को बनाया बंधक: आरोपियों ने उसके भाई को अमेरिका भेजने के लिए प्रेरित किया और अपने एक जानकार ममता पत्नी विक्रम सिंह व विक्रम सिंह पुत्र भगत सिंह निवासी विद्या नगर भिवानी से फोन पर उनकी बात करवाई और बताया कि विक्रम सिंह अजरबैजान देश का है. पिछले काफी समय से उनके भाई से संपर्क नहीं हो पा रहा और उनसे एक करोड़ों रुपये की डिमांड की जा रही है. कुछ बड़े मामले हैं जो हमने आपको बताये हैं बाकी सैकड़ों की संख्या में ऐसे मामले सामने आते हैं. जिसमें युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी की जाती है. ऐसे में युवाओं को विश्वसनीय एजेंट से संपर्क करके ही बाहर जाने का रास्ता चुनना चाहिए.
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