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किसान आंदोलन पर दिल्ली में उपद्रव का असर, करनाल में ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत घर लौट रहे किसान

दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद से किसान आंदोलन कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. पुलिस-प्रशासन की अपील के बाद बसताड़ा टोल पर धरना दे रहे किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत घर की तरफ लौट गए.

Farmers returned home karnal
Farmers returned home karnal
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Published : Jan 28, 2021, 5:07 PM IST

करनाल: गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद किसानों का आंदोलन कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. कुछ किसान संगठन दिल्ली उपद्रव के बाद आंदोलन से अलग हो गए हैं. किसान अब धरना खत्म कर ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ घर लौट रहे हैं.

दिल्ली उपद्रव के बाद से हरियाणा हाई अलर्ट पर है. जिले के सभी जिला उपायुक्त और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी अप्रीय घटना को रोकने के लिए भरपूर प्रयास करें. ताकि हरियाणा में भाईचारा खराब ना हो.

किसान आंदोलन पर दिल्ली में उपद्रव का असर

बता दें कि किसान आंदोलन पिछले 2 महीनों से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था. पूरा देश किसानों के साथ खड़ा हुआ दिखाई दे रहा था, लेकिन 26 जनवरी के दिन जो कुछ दिल्ली में हुआ, उसके बाद किसान आंदोलन एकदम से कमजोर पड़ता नजर आ रहा है.

ये भी पढ़ें- किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए वापस जाने लगे किसान, कहा- हार नहीं मानेंगे

इसी के चलते करनाल जिला प्रशासन हरियाणा के सबसे बड़े टोल बसताड़ा टोल पर पहुंचा और वहां पर चल रहे लंगर सेवा और किसानों के धरने को समाप्त करवा दिया. प्रशासन ने कहा कि हम नहीं चाहते कि कोई भी जिले में आपस में लड़े और भाईचारा खराब हो. इसलिए भविष्य को देखते हुए उनसे लंगर सेवा और धरना खत्म करने की बात कही और उसके बाद किसानों ने भी अपना धरना उठा लिया और लंगर सेवा बंद कर दी.

करनाल: गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद किसानों का आंदोलन कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. कुछ किसान संगठन दिल्ली उपद्रव के बाद आंदोलन से अलग हो गए हैं. किसान अब धरना खत्म कर ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ घर लौट रहे हैं.

दिल्ली उपद्रव के बाद से हरियाणा हाई अलर्ट पर है. जिले के सभी जिला उपायुक्त और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी अप्रीय घटना को रोकने के लिए भरपूर प्रयास करें. ताकि हरियाणा में भाईचारा खराब ना हो.

किसान आंदोलन पर दिल्ली में उपद्रव का असर

बता दें कि किसान आंदोलन पिछले 2 महीनों से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था. पूरा देश किसानों के साथ खड़ा हुआ दिखाई दे रहा था, लेकिन 26 जनवरी के दिन जो कुछ दिल्ली में हुआ, उसके बाद किसान आंदोलन एकदम से कमजोर पड़ता नजर आ रहा है.

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इसी के चलते करनाल जिला प्रशासन हरियाणा के सबसे बड़े टोल बसताड़ा टोल पर पहुंचा और वहां पर चल रहे लंगर सेवा और किसानों के धरने को समाप्त करवा दिया. प्रशासन ने कहा कि हम नहीं चाहते कि कोई भी जिले में आपस में लड़े और भाईचारा खराब हो. इसलिए भविष्य को देखते हुए उनसे लंगर सेवा और धरना खत्म करने की बात कही और उसके बाद किसानों ने भी अपना धरना उठा लिया और लंगर सेवा बंद कर दी.

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