करनाल: कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमा पर धरने पर बैठे किसानों के आंदोलन को आज 32 दिन हो चुके हैं, लेकिन आंदोलन सिर्प वहां ही नहीं चल रहा है. बल्कि हरियाणा के हर जिले में किसान कृषि कानूनों के विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. करनाल के नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे किसानों ने रविवार को थाली पीटकर पीएम मोदी का विरोध किया.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात कर रहे थे. जिसके विरोध में किसानों ने थाली पीटकर कृषि कानूनों के प्रति अपना विरोध दिखाया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पीएम करें किसानों के मन की बात: किसान
इस संबंध में किसानों ने कहा कि अब प्रधानमंत्री मोदी मन की बात छोड़कर ढंग की बात करें और अगर मन की बात करनी है तो किसानों के मन की बात करें. किसानों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती. तब तक टोल प्लाजा यूं ही फ्री रहेंगे और किसान दिन-रात टोल प्लाजा पर बैठा रहेगा.
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बता दें कि, कृषि कानूनों के विरोध में बहादुरगढ़ में पंजाब के एक वकील ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पहले वकील ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से एक चिठ्ठी भी लिखी. जिसमें उसने पीएम से तीनों कानूनों को वापस लेने की अपील की थी. साथ ही वकील ने लिखा था कि ये तीनों कानून किसान, मजदूर और आम लोगों के विरोधी हैं. इसलिए पीएम इसे रद्द कर दें.