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करनाल में डेंगू के मामले बढ़े, पिछले साल का रिकॉर्ड टूटा - करनाल में डेंगू

हरियाणा में डेंगू (dengue in haryana) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. करनाल जिले में हालात कुछ ज्यादा ही खराब हैं. अभी करनाल में डेंगू (dengue in karnal) का आंकड़ा तीन सौ के पार हो चुका है.

dengue in haryana
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Published : Dec 7, 2022, 8:38 PM IST

करनाल: एक बार फिर से हरियाणा में डेंगू (dengue in haryana) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. करनाल जिले में हालात कुछ ज्यादा ही खराब हैं. अभी करनाल में डेंगू (dengue in karnal) का आंकड़ा तीन सौ के पार हो चुका है. पिछले साल करनाल में 304 डेंगू के केस मिले थे, लेकिन इस साल अभी तक 314 डेंगू पॉजिटिव केस मिल चुके हैं. ये आंकड़ा अभी और बढ़ रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले के नागरिक अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए डेंगू वार्ड बनाया गया है.

अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का निशुल्क इलाज किया जा रहा है. गांव की जगह शहर में डेंगू के केस अधिक मिल रहे हैं. सिविल सर्जन योगेश कुमार ने बताया कि करनाल में अभी डेंगू की स्थिति पहले से काफी बेहतर है. रोजाना मामलों में कमी देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन एक या दो मामले सामने आ रहे हैं. फिलहाल 314 मामले करनाल जिले में देखने को मिले है. जैसे जैसे मौसम में तब्दीली आ रही है. डेंगू के मामलों में भी कमी आ रही है.

करनाल में डेंगू के मामले बढ़े, पिछले साल का रिकॉर्ड टूटा

लक्षण (Dengue symptoms): डेंगू एक तरह का वायरस है जो एडीज मच्छर के काटने से लोगों में फैलता है. डेंगू मच्छर दिन में काटता है. इन मच्छरों का प्रकोप बारिश और उसके तुरंत बाद के मौसम में बढ़ता है. ठहरे हुए पानी में मच्छर अंडे देते हैं और इन्हीं दिनों डेंगू का कहर भी बढ़ता है. गड्ढे, नाली, कूलर, पुराने टायर, टूटी बोतलें, डिब्बों जैसी जगहों में रुके हुए पानी में डेंगू के मच्छर पैदा होते हैं.तेज बुखार, खांसी, पेट दर्द व बार-बार उलटी होना, सांस लेने में तकलीफ, मुंह, होंठ और जीभ का सूखना, आंखें लाल होना, कमजोरी और चिड़चिड़ापन, हाथ-पैर का ठंडा होना, कई बार त्वचा का रंग भी बदल जाता है और चकत्ते पड़ जाते हैं.

ये भी पढ़ें- हिसार में डेंगू के 49 नए मामले सामने आए, जानिए क्या है बचाव के उपाय

बचाव ही बेहतर उपाय (Dengue prevention): घर के अंदर और बाहर उन सभी जगहों को साफ रखें. जहां भी पानी जमा होने की आशंका हो जैसे पुराने टायर, टूटी बोतल, डिब्बे, कूलर, नालियां. सोते समय मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. घर के अंदर मच्छर खिड़की और दरवाजों से आते हैं. खिड़की और दरवाजे पर नेट लगाने से डेंगू के कहर से बचा जा सकता है. एसे कपड़े पहनें जो आपके शरीर को पूरी तरह ढके रहें, जिससे मच्छर आपको काट न सकें

करनाल: एक बार फिर से हरियाणा में डेंगू (dengue in haryana) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. करनाल जिले में हालात कुछ ज्यादा ही खराब हैं. अभी करनाल में डेंगू (dengue in karnal) का आंकड़ा तीन सौ के पार हो चुका है. पिछले साल करनाल में 304 डेंगू के केस मिले थे, लेकिन इस साल अभी तक 314 डेंगू पॉजिटिव केस मिल चुके हैं. ये आंकड़ा अभी और बढ़ रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले के नागरिक अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए डेंगू वार्ड बनाया गया है.

अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का निशुल्क इलाज किया जा रहा है. गांव की जगह शहर में डेंगू के केस अधिक मिल रहे हैं. सिविल सर्जन योगेश कुमार ने बताया कि करनाल में अभी डेंगू की स्थिति पहले से काफी बेहतर है. रोजाना मामलों में कमी देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन एक या दो मामले सामने आ रहे हैं. फिलहाल 314 मामले करनाल जिले में देखने को मिले है. जैसे जैसे मौसम में तब्दीली आ रही है. डेंगू के मामलों में भी कमी आ रही है.

करनाल में डेंगू के मामले बढ़े, पिछले साल का रिकॉर्ड टूटा

लक्षण (Dengue symptoms): डेंगू एक तरह का वायरस है जो एडीज मच्छर के काटने से लोगों में फैलता है. डेंगू मच्छर दिन में काटता है. इन मच्छरों का प्रकोप बारिश और उसके तुरंत बाद के मौसम में बढ़ता है. ठहरे हुए पानी में मच्छर अंडे देते हैं और इन्हीं दिनों डेंगू का कहर भी बढ़ता है. गड्ढे, नाली, कूलर, पुराने टायर, टूटी बोतलें, डिब्बों जैसी जगहों में रुके हुए पानी में डेंगू के मच्छर पैदा होते हैं.तेज बुखार, खांसी, पेट दर्द व बार-बार उलटी होना, सांस लेने में तकलीफ, मुंह, होंठ और जीभ का सूखना, आंखें लाल होना, कमजोरी और चिड़चिड़ापन, हाथ-पैर का ठंडा होना, कई बार त्वचा का रंग भी बदल जाता है और चकत्ते पड़ जाते हैं.

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बचाव ही बेहतर उपाय (Dengue prevention): घर के अंदर और बाहर उन सभी जगहों को साफ रखें. जहां भी पानी जमा होने की आशंका हो जैसे पुराने टायर, टूटी बोतल, डिब्बे, कूलर, नालियां. सोते समय मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. घर के अंदर मच्छर खिड़की और दरवाजों से आते हैं. खिड़की और दरवाजे पर नेट लगाने से डेंगू के कहर से बचा जा सकता है. एसे कपड़े पहनें जो आपके शरीर को पूरी तरह ढके रहें, जिससे मच्छर आपको काट न सकें

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