कैथल: पंजाब पुलिस के तीन पुलिसकर्मी जमीन की खरीद-फरोख्त मामले के आरोपी को धारा 420 के अंतर्गत पकड़ने के लिए कैथल के उपमंडल की गुहला चीका वार्ड न.-12 पहुंचे थे. लेकिन, यहां के लोगों ने पंजाब पुलिस का विरोध किया. जिसके बाद पुलिस ने 10 दिन का नोटिस दिया और बैरंग वापस लौट गई. इस मामले की पूरी जानकारी पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह ने पत्रकारों को दी. उन्होंने कहा कि चीका निवासी अमरीक सिंह और उसकी पूरी फैमिली पर फ्रॉड का मामला दर्ज है.
इनकी 197 कनाल भूमि जो कि पंजाब के शादीपुर गांव में पड़ती है. किसी व्यक्ति को बेचने के लिए उसका सौदा कर दिया. इन्होंने 55 लाख ब्याने के रूप में ले लिए थे. लेकिन, बाद में वही जमीन किसी और को बेच दी. पूर्व व्यक्ति का बयाना 55 लाख रुपए भी वापस नहीं किया. पीड़ित व्यक्ति ने अमरीक सिंह और उसकी पूरी फैमिली के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करवाया है.
पटियाला पंजाब पुलिस स्टेशन से नोटिस देने पहुंचे इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह ने कहा कि अमरीक सिंह व उसके परिवार पर धारा 420 के अंतर्गत एक मामला दर्ज हुआ था. जिसके तहत उसे कोर्ट में पेश होने के लिए नोटिस देने के लिए उनके घर पहुंचे थे. सुखविंदर सिंह ने कहा 10 दिन का नोटिस देखकर हम वापस रवानगी कर रहे हैं, आगामी जो कार्रवाई होगी वह अमल में लाई जाएगी.
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जानकारी के मुताबिक पंजाब पुलिस चीका आरोपी को गिरफ्तार करने गांव में आई थी. उन्होंने लोकल पुलिस की सहायता नहीं ली. जैसे ही पंजाब पुलिस गांव में पहुंची, तो उनका गांव वालों ने विरोध किया. जिसके चलते चीका पुलिस को बुलाना पड़ा. इस मामले की वीडियो वायरल होने से अफवाह यह फैल गई की पंजाब पुलिस को बंधक बना लिया है.