कैथलः पिछले 40 सालों से इंडियन नेशनल लोकदल से राजनीति करते आ रहे पूर्व मंत्री रामपाल माजरा हाल ही में इनेलो को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी रामपाल माजरा को कैथल जिले के कलायत विधानसभा से अपने उम्मीदवार के रूप में उतार सकती है.
इन्हीं कयासों के बीच रामपाल माजरा ने आज भाजपा की तरफ से पहली कार्यकर्ता की मीटिंग ली और आगे के लिए कलायत का रण जीतने के बारे में अपने कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इसी दौरान जब उनसे इनेलो छोड़ने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता. ये शेर उन्होंने मीडिया के आगे बोलते हुए कुछ बात अपने मन में ही रखी और कहा कि सभी बातें ध्यान नहीं की जा सकती, लेकिन इतनी लंबी पारी को कोई सिर्फ छोटी सी बात पर ही समाप्त नहीं करता.
उन्होंने कहा कि मेरे सिर्फ पार्टी के संबंध ही नहीं रहे. चालीस सालों से हमारे परिवारिक रिश्ते थे और अब भी हम सुख दुख में एक दूसरे के परिवार के साथ हमेशा खड़े रहेंगे. वहीं इसी बीच जब पत्रकारों ने सवाल किया कि आपने इनेलो का दामन क्यों छोड़ा तो इस पर रामपाल माजरा भावुक हो गए और अपने आंखों के आंसू छुपाने के लिए अपना मुंह नीचे करके पत्रकारों से बात करने लगे, लेकिन कहीं ना कहीं इनेलो से अलग होने का दर्द उनके आंसुओं में झलक रहा था.
जब उनसे भाजपा की तरफ से टिकट देने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी के जो दिशा निर्देश होंगे उस पर चलेंगे. रामपाल माजरा ने कहा कि अगर पार्टी उम्मीदवार के रूप में उतारती है तो मैं जरूर आऊंगा अगर पार्टी किसी और को वहां से उम्मीदवार के रूप में भेजती है तो मैं उसको भी समर्थन करूंगा. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी की नीतियों से प्रभावित हुआ था जिसके कारण मैंने बीजेपी ज्वाइन की है.
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