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गुहला चीका में दिखा राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर, खाली पड़े रहे सारे विभाग

गुहला चीका में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर देखने को मिला है. हड़ताल को दौरान सभी सरकारी और अन्य विभाग खाली पड़े दिखे. इस हड़ताल से जनता को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा. इस रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान बलजिंद्र सीड़ा ने किया था.

more effect of nationwide strike in guhla chika
राष्ट्रव्यापी हड़ताल
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Published : Jan 8, 2020, 8:19 PM IST

कैथल: ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया गया है. गुहला चीका में आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला. हड़ताल के दौरान सभी सरकारी विभाग लगभग खाली दिखे. कर्मचारी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान बलजिंद्र सीड़ा ने किया.

गुहला चीका में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर

ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने, पुराने पेंशन स्कीम को लागू करने, निजीकरण पर रोक लगाने के लिए और पंजाब के समान वेतन लागू करने की मांग की गई. उन्होंने कहा कि जो कच्चे कर्मचारी लंबे समय से कार्यरत है और जो इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें हरियाणा सरकार कब नियमित करेगी और कब उनका रोजगार सुरक्षित होगा. इसका जवाब हरियाणा सरकार नहीं दे रही है.

गुहला चीका में दिखा राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर, देखें वीडियो

हड़ताल से जनता को हुई परेशान

माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद समान काम समान वेतन को आज तक लागू नहीं किया गया. ठेकेदारी प्रथा को आज तक समाप्त नहीं किया गया है. हरियाणा सरकार आंदोलन को खत्म करवाने के लिए यूनियन को बातचीत के लिए बुला तो लेती है और बातचीत में कर्मचारियों की मांगों को मान लिया जाता है लेकिन बाद में उन्हें लागू नहीं किया जाता है. आपको बता दें कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान तमाम सरकारी कार्यालय खाली रहे और जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

आशा वर्कर भी हुई थी शामिल

आपको बता दें गुहला चीका में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर देखने को मिला. वही प्रदर्शन कर रही महिलाओं में से प्रदर्शनकारी कर्मचारी नेता चरणजीत कौर ने बताया आंगनवाड़ी आशा वर्करों की सरकार सुन ही नहीं रही है.

ज्यादा असर गुहला चीका में ही देखने को मिला

अगर गुहला चीका को छोड़ दिया जाए तो कर्मचारियों का देशव्यापी हड़ताल का असर मिलाजुला देखने को मिला. करनाल में इस हड़ताल को लेकर धारा 144 लगा दिया गया था. तो वहीं रोहतक के इस हड़ताल में बैंक कर्मी शामिल नहीं हुए. वहीं जींद में इस हड़ताल को कोई खास असर देखने को नहीं मिला. वहां बसे सामान्य रूप से चलती रही. लेकिन गुहला चीका में सरकारी विभाग से लेकर हर विभाग को कर्मचारी इस देशव्यापी हड़ताल में शामिल हुए.

कैथल: ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया गया है. गुहला चीका में आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला. हड़ताल के दौरान सभी सरकारी विभाग लगभग खाली दिखे. कर्मचारी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान बलजिंद्र सीड़ा ने किया.

गुहला चीका में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर

ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने, पुराने पेंशन स्कीम को लागू करने, निजीकरण पर रोक लगाने के लिए और पंजाब के समान वेतन लागू करने की मांग की गई. उन्होंने कहा कि जो कच्चे कर्मचारी लंबे समय से कार्यरत है और जो इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें हरियाणा सरकार कब नियमित करेगी और कब उनका रोजगार सुरक्षित होगा. इसका जवाब हरियाणा सरकार नहीं दे रही है.

गुहला चीका में दिखा राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर, देखें वीडियो

हड़ताल से जनता को हुई परेशान

माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद समान काम समान वेतन को आज तक लागू नहीं किया गया. ठेकेदारी प्रथा को आज तक समाप्त नहीं किया गया है. हरियाणा सरकार आंदोलन को खत्म करवाने के लिए यूनियन को बातचीत के लिए बुला तो लेती है और बातचीत में कर्मचारियों की मांगों को मान लिया जाता है लेकिन बाद में उन्हें लागू नहीं किया जाता है. आपको बता दें कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान तमाम सरकारी कार्यालय खाली रहे और जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

आशा वर्कर भी हुई थी शामिल

आपको बता दें गुहला चीका में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर देखने को मिला. वही प्रदर्शन कर रही महिलाओं में से प्रदर्शनकारी कर्मचारी नेता चरणजीत कौर ने बताया आंगनवाड़ी आशा वर्करों की सरकार सुन ही नहीं रही है.

ज्यादा असर गुहला चीका में ही देखने को मिला

अगर गुहला चीका को छोड़ दिया जाए तो कर्मचारियों का देशव्यापी हड़ताल का असर मिलाजुला देखने को मिला. करनाल में इस हड़ताल को लेकर धारा 144 लगा दिया गया था. तो वहीं रोहतक के इस हड़ताल में बैंक कर्मी शामिल नहीं हुए. वहीं जींद में इस हड़ताल को कोई खास असर देखने को नहीं मिला. वहां बसे सामान्य रूप से चलती रही. लेकिन गुहला चीका में सरकारी विभाग से लेकर हर विभाग को कर्मचारी इस देशव्यापी हड़ताल में शामिल हुए.

Intro:गुहला चीका में राष्ट्रीय व्यापी हड़ताल का दिखा असर

कई सरकारी कार्यालय की कुर्सियां दिखी खाली ।



गुहला चीका

आज सभी सरकारी विभागों निगमों बोर्डो के कच्चे व पक्के कर्मचारियों ने मिलकर चौधरी देवी लाल पार्क चीका में ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल में हिस्सा लेते हुए पूरे चीका शहर में केंद्र सरकार व राज्य सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ पोल खोलते हुए रोष प्रदर्शन किया इस रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के ब्लाक प्रधान बलजिन्द्र सीड़ा व मंच का संचालन ब्लॉक सचिव पवन शर्मा ने किया सभी कर्मचारियों ने मिलकर केंद्र व राज्य सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की कड़े शब्दों में आलोचना की और सरकार को आज की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के माध्यम से चेताया कि अगर समय रहते सभी कच्चे कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया और कच्चे कर्मचारियों के बीच से ठेकेदार को निकालकर उन्हें सीधा मास्टर रोल पर नहीं किया गया नई पेंशन स्कीम को बंद करके पुरानी पेंशन स्कीम नहीं लागू की गई और निजीकरण पर रोक लगाते हुए पंजाब के समान वेतनमान नहीं लागू किया गया तो सभी कर्मचारी मिलकर हरियाणा के अंदर एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे कर्मचारियों का कहना है कि सरकारी विभागों निगमों बोर्डों में लंबे समय से कच्चे कर्मचारी कार्यरत है जो इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें हरियाणा सरकार कब नियमित करेगी और कब उनका रोजगार सुरक्षित होगा माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश समान काम समान वेतन को आज तक लागू नहीं किया गया ठेकेदारी प्रथा को आज तक समाप्त नहीं किया गया हरियाणा सरकार आंदोलन को खत्म करवाने के लिए यूनियनों को बातचीत के लिए बुला लेती है और बातचीत में कर्मचारियों की मांगों को मान लिया जाता है लेकिन बाद में उन्हें लागू नहीं किया जाता जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है अगर हरियाणा सरकार अपनी कर्मचारी विरोधी नीतियों से बाज नहीं आई तो कर्मचारियों का रोष एक बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान तमाम सरकारी कार्यालय खाली रहे और जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा आपको बता दें गुहला चीका में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ज्यादा असर देखने को मिला वही प्रदर्शन कर रही महिलाओं में से प्रदर्शनकारी कर्मचारी नेता चरणजीत कौर ने बताया किस सरकार में आंगनवाड़ी आशा वर्करों की जूतियां तो लगाई जाती हैं जबकि उनके सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों तक की नियुक्ति नहीं है और एक तरफ सरकार के नुमाइंदों द्वारा यह कहा जाता है कि आशा वर्कर आंगनवाड़ी वर्कर अपना कार्य सही ढंग से नहीं करती । आज तमाम प्रदर्शनकारियों ने चीका के उधम सिंह चौक पर पहुंचकर अप सरकार के प्रति अपना रोष व्यक्त किया और केंद्र व हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया ।Body:सरकारी कार्यालयों में दिखा असर राष्ट्रव्यापी हड़ताल काConclusion:Hr_GCK_01_rastivyapi hdtal_visul_byte_hrc10017
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