कैथल: भारतीय किसान यूनियन ने बुजुर्गों को साथ लेकर दुष्यंत चौटाला के किए 5100 रुपये के वादे के विरोध में गुरुवार को सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिला उपायुक्त को सौंपा.
'बीजेपी-जेजेपी अपना वादा भूली'
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि दुष्यंत चौटाला और भाजपा ने बुढ़ापा पेंशन बढ़ाने की बात कही थी. जिसमें दुष्यंत ने 5100 रुपये और भाजपा ने 3100 रुपये पेंशन करने का वादा किया था, लेकिन दोनों ही अब वादा भूल चुके हैं.
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'250 रुपये बढ़ाकर किया मजाक'
उन्होंने ये भी कहा कि नेताओं ने साझा बिल पास करके अपने वेतन भत्ते तो बढ़ा लिए, लेकिन बुढ़ापा पेंशन बढ़ाना वो लोग भूल गए. उन्होंने कहा कि मात्र 250 रुपये बढ़ाकर सरकार ने बुजुर्गों के साथ एक मजाक किया है, जिसका खामियाजा आने वाले समय में दुष्यंत चौटाला को भुगतना पड़ेगा.
'बुजुर्गों से माफी मांगें दुष्यंत'
उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव के समय में दुष्यंत ने वादा किया था कि मैं बुढ़ापा पेंशन 5100 कर दूंगा, लेकिन अब वो अपना वादा भूल चुके हैं. बुजुर्गों ने कहा कि अब वो बीजेपी की भाषा बोलने लगे हैं कि प्रदेश और देश में कर्जा पहले से बढ़ चुका है. बुजुर्गों ने कहा कि अगर दुष्यंत चौटाला अपने किए वादे का पूरा नहीं कर सकते, तो बुजुर्गों से माफी मांगें.
'किसानों पर दर्ज मुकदमें खारिज हों'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पराली में आग लगाने के मामलों में किसानों पर जो केस दर्ज हुए थे, उनके लिए अब वो कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं और अपनी किसानी छोड़ने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे खारिज करे.