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भिवानी की इनेलो महिला प्रधान पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, नौकरी का झांसा देकर 5 लाख हड़पने का आरोप - भिवानी क्राइम न्यूज अपडेट

भिवानी की इनेलो महिला प्रधान इंदु परमार (INLD mahila pradhan indu parmar) के खिलाफ कैथल पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. इंदु पर नौकरी का झांसा देकर 5 लाख रुपए हड़पने का आरोप है. कै​थल के सिविल लाइन थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

fraud in kaithal INLD mahila pradhan indu parmar civil line police station in kaithal
fraud in kaithal : भिवानी की इनेलो महिला प्रधान पर कैथल में केस दर्ज, नौकरी का झांसा देकर 5 लाख हड़पने का आरोप
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Published : Dec 31, 2022, 5:32 PM IST

कैथल: भिवानी की इनेलो महिला प्रकोष्ठ की जिला प्रधान इंदु परमार (mahila pradhan indu parmar) के खिलाफ कैथल पुलिस (civil line police station in kaithal) ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर 5 लाख रुपए हड़पने के आरोप में मामला दर्ज किया है. शिकायतकर्ता ने इंदु पर तत्कालीन डीसी सुजान सिंह को रिश्तेदार बताकर एनएचएम में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रुपए लिए थे. पीड़ित का आरोप है​ कि नौकरी नहीं मिलने पर जब उन्होंने रुपए वापस मांगे तो उसे धमकाया गया.

पुलिस ने केस दर्ज (fraud in kaithal) कर जांच शुरू कर दी है. पीड़ित ने बताया कि प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज की दखल के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है. उन्होंने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे. कैथल की वैष्णो कॉलोनी निवासी ओमप्रकाश ने सिविल लाइन थाना पुलिस को इस संबंध में केस दर्ज कराया है. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भिवानी में इनेलो की महिला विंग की जिला प्रधान इंदु परमार से उनकी जान पहचान थी.

इंदु ने तत्कालीन डीसी सुजान सिंह को रिश्तेदार बताते हुए उनसे कोई भी काम कराने की बात कही थी. इस पर उन्होंने इंदु से अपने बेटे अमित की नौकरी लगवाने को कहा था. इंदु ने डीसी सुजान सिंह से कहकर एनएचएम में नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया. इसके लिए उन्होंने 5 लाख रुपए की डिमांड की थी. रिपोर्ट में घटना 2020 की बताई गई है, उस दौरान कैथल में सुजान सिंह डीसी के पद पर तैनात थे.

पढ़ें: दोस्त के साथ भागी पत्नी तो नेपाली युवक ने की आत्महत्या की कोशिश, रोहतक पीजीआई रेफर

रुपए वापस मांगने पर धमकाया: कोविड काल के दौरान कैथल में उस समय नेशनल हेल्थ मिशन में स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती हो रही थी. ओमप्रकाश भी अपने बेटे अमित को नौकरी लगवाने के प्रयास में था. ओमप्रकाश ने बताया कि उसने इंदु परमार के झांसे में आकर उसे 5 लाख रुपए दे दिए. ओमप्रकाश का आरोप है​ कि इसके बाद इंदु से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन वह उसके बेटे को नौकरी नहीं दिला पाई. इंदु ने हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर उसे टाल दिया. जांच अधिकारी कुलविंदर सिंह ने बताया कि जब ओमप्रकाश ने इंदु से पांच लाख रुपए वापस मांगे तो वह पहले तो रुपए लौटाने से इनकार करती रही. बाद में उसे भिवानी कार्यालय में बुलाकर जान से मारने की धमकी दी.

पढ़ें: Theft in Panipat: घर से चोरी हुआ 40 तोला सोना, बाबा के दरबार में पहुंचा हरियाणा पुलिस का जवान

गृहमंत्री के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज: ओमप्रकाश ने बताया कि उसने गृह मंत्री अनिल विज को पूरे मामले की जानकारी दी और इंसाफ की गुहार लगाई. जिस पर गृहमंत्री ने ओमप्रकाश की शिकायत पर कैथल पुलिस को कार्रवाई करने के आदेश दिए थे. सिविल लाइन थाना प्रभारी राजफूल सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश की शिकायत के बाद इंदु परमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस (fraud case filed against indu parmar) दर्ज किया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

कैथल: भिवानी की इनेलो महिला प्रकोष्ठ की जिला प्रधान इंदु परमार (mahila pradhan indu parmar) के खिलाफ कैथल पुलिस (civil line police station in kaithal) ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर 5 लाख रुपए हड़पने के आरोप में मामला दर्ज किया है. शिकायतकर्ता ने इंदु पर तत्कालीन डीसी सुजान सिंह को रिश्तेदार बताकर एनएचएम में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रुपए लिए थे. पीड़ित का आरोप है​ कि नौकरी नहीं मिलने पर जब उन्होंने रुपए वापस मांगे तो उसे धमकाया गया.

पुलिस ने केस दर्ज (fraud in kaithal) कर जांच शुरू कर दी है. पीड़ित ने बताया कि प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज की दखल के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है. उन्होंने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे. कैथल की वैष्णो कॉलोनी निवासी ओमप्रकाश ने सिविल लाइन थाना पुलिस को इस संबंध में केस दर्ज कराया है. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भिवानी में इनेलो की महिला विंग की जिला प्रधान इंदु परमार से उनकी जान पहचान थी.

इंदु ने तत्कालीन डीसी सुजान सिंह को रिश्तेदार बताते हुए उनसे कोई भी काम कराने की बात कही थी. इस पर उन्होंने इंदु से अपने बेटे अमित की नौकरी लगवाने को कहा था. इंदु ने डीसी सुजान सिंह से कहकर एनएचएम में नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया. इसके लिए उन्होंने 5 लाख रुपए की डिमांड की थी. रिपोर्ट में घटना 2020 की बताई गई है, उस दौरान कैथल में सुजान सिंह डीसी के पद पर तैनात थे.

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रुपए वापस मांगने पर धमकाया: कोविड काल के दौरान कैथल में उस समय नेशनल हेल्थ मिशन में स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती हो रही थी. ओमप्रकाश भी अपने बेटे अमित को नौकरी लगवाने के प्रयास में था. ओमप्रकाश ने बताया कि उसने इंदु परमार के झांसे में आकर उसे 5 लाख रुपए दे दिए. ओमप्रकाश का आरोप है​ कि इसके बाद इंदु से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन वह उसके बेटे को नौकरी नहीं दिला पाई. इंदु ने हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर उसे टाल दिया. जांच अधिकारी कुलविंदर सिंह ने बताया कि जब ओमप्रकाश ने इंदु से पांच लाख रुपए वापस मांगे तो वह पहले तो रुपए लौटाने से इनकार करती रही. बाद में उसे भिवानी कार्यालय में बुलाकर जान से मारने की धमकी दी.

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गृहमंत्री के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज: ओमप्रकाश ने बताया कि उसने गृह मंत्री अनिल विज को पूरे मामले की जानकारी दी और इंसाफ की गुहार लगाई. जिस पर गृहमंत्री ने ओमप्रकाश की शिकायत पर कैथल पुलिस को कार्रवाई करने के आदेश दिए थे. सिविल लाइन थाना प्रभारी राजफूल सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश की शिकायत के बाद इंदु परमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस (fraud case filed against indu parmar) दर्ज किया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

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