कैथल: सरकार के खिलाफ किसानों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश में अभी भी किसानों द्वारा सरकार का कोई भी कार्यक्रम होने नहीं दिया जा रहे है. गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैथल और चरखी दादरी की जनता को करोड़ों रूपये की सौगात दी गई लेकिन वहां इस कार्यक्रम में शिरकत करने आए मंत्रियों का किसानों द्वारा जोरदार विरोध किया गया.
कैथल में मुख्यमंत्री द्वारा 33 बिस्तरों वाले अस्पताल का उद्घाटन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने शिरकत की लेकिन कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान मौके पर पहुंच गए और उन्होंने काले झंडे दिखाकर कमलेश ढांडा का जमकर विरोध किया.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में चढ़ूनी ने किसान आंदोलन को दी हवा! पानीपत से हजारों किसानों के साथ सिंघु बॉर्डर रवाना
किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा कैथल को 33 बिस्तरों वाला अस्पताल दिया जा रहा है जबकि कैथल में पहले ही 35 डॉक्टरों की कमी है. किसानों ने कहा कि मनोहर सरकार केवल लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही है. उन्होंने कहा जब अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं होंगे, दवाईयां नहीं होंगी तो मरीजों का इलाज कौन करेगा.
ये भी पढ़ें: केंद्र ने खरीफ फसलों पर बढ़ाई MSP, ओपी धनखड़ ने जताया आभार
वहीं कैथल के अलावा बात चरखी दादरी की जाए तो वहां भी जिले को 9 करोड़ रुपयों की सौगात दी गई है. लघु सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में डीसी अमरजीत सिंह मान और महिला बाल विकास निगम चेयरमैन बबीता फौगाट उपस्थित रहे. लेकिन यहां भी किसानों ने फौगाट खाप की अगुवाई में किसानों ने काले झंडे दिखाकर जोरदार विरोध किया. हालांकि किसानों के विरोध को देखते हुए बबीता फौगाट को लघु सचिवालय के पीछे के रास्ते से निकाल दिया गया.