कैथल: अपनी मांगों को लेकर व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना लिया है. सरकार द्वारा जारी व्यापारियों के खिलाफ तुगलकी फरमान और लस्टर लॉस के नाम पर आढ़तियों से काटा गया पैसा यदि सरकार ने 17 सितम्बर तक वापस नहीं किया तो पूरे प्रदेश का व्यापारी सरकार के खिलाफ 18 सितम्बर से हड़ताल पर होगे.
व्यापारियों का कहना है कि सरकार की मंशा व्यापारियों को फेल करने की है लेकिन व्यापारी सरकार को किसी भी तरह जारी इन तुगलकी फरमानों में कामयाब नहीं होने देंगे. इस संबंध में जानकारी देते हुए मंडी एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य सतपाल जैन ने कहा कि 17 सितम्बर तक पैसा वापिस करने के लिए सरकार को व्यापारियों ने समय दे दिया है.
यदि पैसा नहीं मिला तो व्यापारी 18 सितम्बर से पूरे प्रदेश की मंडियां बंद कर अपने घर बैठ जाएंगे. उन्होंने कहा कि अब धान का सीजन शुरू होने वाला है यदि सरकार ने अपने अडियल रवैये से हटकर उनके खातों में पैसे वापस नहीं किए तो कोई भी आढ़ती किसी भी किसान का धान नहीं गिराएगा और ना ही मिल मालिक धान की खरीद करेगा.
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उन्होंने कहा कि आढ़ती किसान को एडवांस में पैसा देकर किसान की फसल आढ़त कमाने के लिए गिरवाता है और उस आढ़त में से ही व्यापारी का लस्टर लॉस के नाम पर 9 रुपये 62 पैसे और उस पर ब्याज काटना कहां का औचित्य है, क्योंकि आढ़ती ने सिर्फ एडवांस देने वाले किसान की फसल से आढ़त ही तो ली है. उन्होंने कहा कि किसानों की फसल पर मिलने वाली आढ़त को लेकर आढ़ती अपने दुकान पर 25 से 30 हजार रुपये का मुनीम रखता है.
उन्होंने कहा कि लस्टर लॉस के नाम पर जो पैसा काटना था वो सीजन के दौरान फसल बेचने वाले व्यक्ति से काटा जाना था, क्योंकि नमी रहित या गुणवत्ता में कमी तो किसान द्वारा लाई गई फसल में थी ना कि व्यापारी की आढ़त में. जैन ने चेतावनी दी है कि सरकार के पास आज भी पांच दिन का समय है कि अपना तुगलकी फरमान शीघ्र वापस ले और आढ़तियों की आढ़त से काटा गया पैसा ब्याज सहित वापस किया जाए.