कैथल: लॉक डाउन के दौरान हरियाणा में गेहूं की फसल की कटाई शुरू हो गई है. लॉक डाउन के दौरान किसान गेहूं की फसल खुद काट सकता है पर काटने के बाद वह अपनी फसल मंडी में नहीं बेच सकता क्योंकि सरकार ने कहा है कि अनाज मंडी में कोरोना का अगर कोई भी मामला सामने आ गया तो यह ज्यादा फैल सकता है. फसल खरीद की व्यवस्था सरकार करेगी.
इसी बीच कैथल की सभी अनाज मंडी के आढ़ती हड़ताल पर चले गए हैं. उनका मानना है कि सरकार ने लॉक डाउन में जो नीतियों बनाई है वह आढ़ती वर्ग के हित की नहीं है. कैथल अनाज मंडी के प्रधान ने कहा कि हमारे आढ़ती संघ की कुछ दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मीटिंग हुई थी पर अब तक जो बात हमने उनके सामने रखी वह मानी नहीं गई.
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उनकी पहली मांग यह है कि जो किसानों को उनकी गेहूं की फसल के पैसे दिये जायेंगे वह डिजिटल माध्यम से दिए जाएंगे जिसके लिए वो तैयार हैं पर उसमें सरकार की शर्त है कि उसमें वह पेमेंट किसानों को पूरी दी जाएगी. एमएसपी नहीं काटा जाएगा जिसका आढ़ती लोग विरोध कर रहे हैं.
उनकी दूसरी मांग यह है कि किसानों की गेहूं की फसल को बेचने के लिए जिले में सेंटर बनाये गए हैं. हम उनका भी विरोध करते हैं क्योंकि लॉक डाउन के दौरान इतनी संख्या में हम मजदूर कहां से लाएंगे. उनका कहना है कि हड़ताल 11 अप्रैल से शुरू हो चुकी है जो अनिश्चित कालीन चलेगी. अगर सरकार हमारी बात नहीं मानती तो हम इकठ्ठा हो कर प्रदर्शन भी कर सकते हैं.
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