जींद: जिले में एक विधवा महिला ने बेटे के शव को मलेशिया से भारत वापस लाने के लिए पुलिस से मदद की गुहार लगाई है. महिला का कहना है कि उनके बेटे की 12 दिनों पहले अज्ञात कारणों से मौत हो गई. महिला जींद की विश्वकर्मा कॉलोनी की रहने वाली है और महिला ने मलेशिया सरकार व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मदद मांगी है कि उसके बेटे की शव को वापस भारत लाया जाए, ताकि वो अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर सके.
महिला ने बताया कि उनका बेटा अमित जिसकी उम्र 30 साल है वो पड़ोसी रॉबिन की मदद से 2 लाख खर्च कर मलेशिया गया था. बेटे ने कभी घर पैसे नहीं भेजे और आखिरी बार 19 जून को वीडियो कॉल के जरिए उससे बात हुई थी. उसके बाद बात नहीं हुई. फिर अचानक एक महिला का कॉल 20 जून को आया और उसने कहा कि अमित की मौत हो चुकी है.
दोस्त ने बदला बयान
महिला ने बताया कि हमने जब रॉबिन से बात की तो उसने कहा कि अमित की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई, लेकिन जब हमने उसे बताया कि वीडियो कॉल करके एक दिन पहले हमारी ओर अमित की बात हुई थी. तब वो अपने दोस्तों के साथ बैठा था. उसके बाद रॉबिन ने अपना बयान बदला और कहा कि अमित की मौत एक्सीडेंट से हुई.
वहीं इस मामले को लेकर जींद के डीएसपी धर्मवीर ने कहा कि हमने मलेशिया पुलिस के अधिकारी से पता किया है कि अमित की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है. उन्होंने कहा कि शव भेजने को लेकर हमारी उनसे बात हुई है. कुछ पैसे इनका परिवार देगा और कुछ का प्रबंध वहां से किया जाएगा और जल्द ही शव को वापस इंडिया लाया जाएगा.