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जींद में बाज नहीं आ रहे वाहन चालक, धड़ल्ले से उड़ा रहे ट्रैफिक नियमों की धज्जियां - जींद ट्रैफिक चालान बढ़ोतरी

जींद में सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इसका कारण लोगों की लापरवाही है. ज्यादातर वाहन चालक बिना हेलमेट के ही गाड़ी को चला रहे हैं. जींद में चालान काटने के मामले में बढ़ोतरी हुई है, जिससे ये पता चलता है कि लोग ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.

jind trafic rule break
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Published : Dec 1, 2020, 3:04 PM IST

जींद: देश में सड़क दुर्घटनाओं के चलते रोजाना सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा देते हैं. जींद में बढ़ते चालान की संख्या बताती है कि लोगों को अपनी जान की कोई फिक्र ही नहीं है. ट्रैफिक नियमों का लोग धड़ल्ले से उल्लंघन कर रहे हैं, लगता है जैसे लोग हेलमेट लगाना ही भूल गए हैं.

अब लोगों की इस लापरवाही के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है. बात करें साल 2019 की तो पिछले साल नियमों की पालना न करने पर ट्रैफिक पुलिस ने 19,080 चालान काटे. जिनमें से 5470 चालान हेलमेट ना पहनने के थे. वहीं कोरोना काल में साल 2020 के दौरान चालान के मामलों में कोई खास कमी नहीं आई. अक्टूबर 2020 तक पुलिस ने 18,020 चालान किए हैं, जिसमें से 4922 चालान केवल हेलमेट ना पहनने के हैं.

जींद में बाज नहीं आ रहे वाहन चालक, धड़ल्ले से उड़ा रहे ट्रैफिक नियमों की धज्जियां

सड़क हादसों की वजह !

सड़क हादसों के मुख्य कारण ड्रंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीड, वाहन को गलत साइड में चलाना और ओवर लोडिंग है. रोड सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन ने लोगों की लापरवाही को तो माना ही इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पुलिस को चालान काटने के बजाए लोगों को समझाना चाहिए और चालान के पैसे से वाहन चालक को हेलमेट दिलाना चाहिए.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में नहीं थम रहे बाल विवाह के मामले, अकेले जींद में अब तक 22 बाल विवाह रोके गए

WHO के आंकड़ों के मुताबिक देश में हर साल 5 लाख लोग सड़क हादसे के शिकार हो रहे हैं, जिसमें से एक लाख 10 हजार की मौत हो जाती है. इनमें हेलमेट न पहनने वाले युवाओं की संख्या सबसे अधिक है. हालांकि पुलिस लगातार लोगों को जागरुक करने का प्रयास कर रही है और अगर नियमों का सही पालन किया जाए तो सड़क हादसों में काफी कमी लाई जा सकती है.

जींद: देश में सड़क दुर्घटनाओं के चलते रोजाना सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा देते हैं. जींद में बढ़ते चालान की संख्या बताती है कि लोगों को अपनी जान की कोई फिक्र ही नहीं है. ट्रैफिक नियमों का लोग धड़ल्ले से उल्लंघन कर रहे हैं, लगता है जैसे लोग हेलमेट लगाना ही भूल गए हैं.

अब लोगों की इस लापरवाही के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है. बात करें साल 2019 की तो पिछले साल नियमों की पालना न करने पर ट्रैफिक पुलिस ने 19,080 चालान काटे. जिनमें से 5470 चालान हेलमेट ना पहनने के थे. वहीं कोरोना काल में साल 2020 के दौरान चालान के मामलों में कोई खास कमी नहीं आई. अक्टूबर 2020 तक पुलिस ने 18,020 चालान किए हैं, जिसमें से 4922 चालान केवल हेलमेट ना पहनने के हैं.

जींद में बाज नहीं आ रहे वाहन चालक, धड़ल्ले से उड़ा रहे ट्रैफिक नियमों की धज्जियां

सड़क हादसों की वजह !

सड़क हादसों के मुख्य कारण ड्रंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीड, वाहन को गलत साइड में चलाना और ओवर लोडिंग है. रोड सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन ने लोगों की लापरवाही को तो माना ही इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पुलिस को चालान काटने के बजाए लोगों को समझाना चाहिए और चालान के पैसे से वाहन चालक को हेलमेट दिलाना चाहिए.

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WHO के आंकड़ों के मुताबिक देश में हर साल 5 लाख लोग सड़क हादसे के शिकार हो रहे हैं, जिसमें से एक लाख 10 हजार की मौत हो जाती है. इनमें हेलमेट न पहनने वाले युवाओं की संख्या सबसे अधिक है. हालांकि पुलिस लगातार लोगों को जागरुक करने का प्रयास कर रही है और अगर नियमों का सही पालन किया जाए तो सड़क हादसों में काफी कमी लाई जा सकती है.

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