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कोचों को खेल मंत्री की चेतावनी, कहा- जो कोच भी रडार पर आएगा छोड़ा नहीं जाएगा - राज्य में खेल मंत्री की फ्लाइंग स्क्वायड

कामचोर कोचों को पकडने के लिए खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह ने अपनी फ्लाइंग स्क्वायड पूरे प्रदेश में भेज दी है. मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि उनकी रडार पर जो कोच आएंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.

sports minister sandeep singh
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Published : Dec 15, 2019, 10:55 PM IST

जींद: अब तक खेल विभाग के जो कोच मोटा वेतन बिना काम किए ही ले रहे हैं अब उनकी खैर नहीं है. ऐसे काम नहीं करने वाले कोचों की खबर खुद प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह लेने जा रहे हैं. कामचोर कोचों को पकडने के लिए खेल मंत्री संदीप सिंह ने अपनी फ्लाइंग स्क्वायड पूरे प्रदेश में भेज दी है. मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि उनकी रडार पर जो कोच आएंगे, उन्हें छोड़ेंगे नहीं.

खेल की निगरानी कर रही फ्लाइंग स्क्वायड
जींद के किनाना गांव स्थित इंडस ग्लोबल एकेडमी में वार्षिक कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करने आए खेल मंत्री संदीप सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि प्रदेश में जो पुराने कोच हैं, उन्हें अपने आप को सुधारने के लिए कहा जा चुका है. जो कोच बच्चों को स्टेडियमों में आकर हर रोज प्रैक्टिस नहीं करवा रहे और बिना काम के वेतन ले रहे हैं, उन्हें पकडने के लिए पूरे प्रदेश में लाइंग स्क्वायड भेज दी गई है. फ्लाइंग स्क्वायड जिन कोचों को प्रैक्टिस से गैर-हाजिर पकडेंगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

काम चोर कोचों को खेल मंत्री की चेतावनी, देखें वीडियो

रडार पर कामचोर कोच
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि उनकी रडार पर जो भी कामचोर कोच आ गया, उसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा. प्रदेश की खेल नीति को लेकर संदीप सिंह ने कहा कि पहले प्रदेश में केवल दिखाने के लिए वहां भी स्टेडियम बना दिए जाते थे, जहां स्टेडियम की जरूरत नहीं होती थी. अब प्रदेश में ऐसा नहीं होगा. उनका फोकस स्टेडियम बनाने की बजाय खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग सैंटर खोलने पर रहेगा.

खिलाड़ियों की रुचि पर दिया जाएगा जोर
संदीप सिंह ने कहा कि 20 साल पहले खिलाड़ियों के लिए धरातल पर सुविधाएं नहीं होती थी. उस समय केवल उन खिलाड़ियों की पूछ होती थी, जो पदक लाते थे. अब छोटे खिलाड़ियों को ही उनकी रूचि के आधार पर खेल में उतारकर उन्हें बड़े खिलाड़ी बनाने पर जोर दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें:- कुरुक्षेत्र में परीक्षा पास करवाने का झांसा देकर छात्रा से किया दुष्कर्म

नहीं होगा सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग
हरियाणा में कई स्टेडियमों के अभी तक खेल विभाग को हैंडओवर नहीं किए जाने को लेकर एक सवाल के जवाब में खेल मंत्री ने कहा कि खेल स्टेडियमों को टेकओवर करने की कागजी कार्रवाई अपने अंतिम चरण में है. हरियाणा में भविष्य में खेल स्टेडियम केवल वहीं बनाए जाएंगे, जहां इनकी वास्तव में जरूरत होगी. खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए ट्रेनिंग सैंटर भी वहीं खुलेंगे, जहां ट्रेनिंग लेने के लिए खिलाड़ी उपलब्ध होंगे. किसी भी सूरत में संसाधनों का दुरूपयोग खेल विभाग नहीं होने देगा.

जींद: अब तक खेल विभाग के जो कोच मोटा वेतन बिना काम किए ही ले रहे हैं अब उनकी खैर नहीं है. ऐसे काम नहीं करने वाले कोचों की खबर खुद प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह लेने जा रहे हैं. कामचोर कोचों को पकडने के लिए खेल मंत्री संदीप सिंह ने अपनी फ्लाइंग स्क्वायड पूरे प्रदेश में भेज दी है. मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि उनकी रडार पर जो कोच आएंगे, उन्हें छोड़ेंगे नहीं.

खेल की निगरानी कर रही फ्लाइंग स्क्वायड
जींद के किनाना गांव स्थित इंडस ग्लोबल एकेडमी में वार्षिक कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करने आए खेल मंत्री संदीप सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि प्रदेश में जो पुराने कोच हैं, उन्हें अपने आप को सुधारने के लिए कहा जा चुका है. जो कोच बच्चों को स्टेडियमों में आकर हर रोज प्रैक्टिस नहीं करवा रहे और बिना काम के वेतन ले रहे हैं, उन्हें पकडने के लिए पूरे प्रदेश में लाइंग स्क्वायड भेज दी गई है. फ्लाइंग स्क्वायड जिन कोचों को प्रैक्टिस से गैर-हाजिर पकडेंगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

काम चोर कोचों को खेल मंत्री की चेतावनी, देखें वीडियो

रडार पर कामचोर कोच
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि उनकी रडार पर जो भी कामचोर कोच आ गया, उसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा. प्रदेश की खेल नीति को लेकर संदीप सिंह ने कहा कि पहले प्रदेश में केवल दिखाने के लिए वहां भी स्टेडियम बना दिए जाते थे, जहां स्टेडियम की जरूरत नहीं होती थी. अब प्रदेश में ऐसा नहीं होगा. उनका फोकस स्टेडियम बनाने की बजाय खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग सैंटर खोलने पर रहेगा.

खिलाड़ियों की रुचि पर दिया जाएगा जोर
संदीप सिंह ने कहा कि 20 साल पहले खिलाड़ियों के लिए धरातल पर सुविधाएं नहीं होती थी. उस समय केवल उन खिलाड़ियों की पूछ होती थी, जो पदक लाते थे. अब छोटे खिलाड़ियों को ही उनकी रूचि के आधार पर खेल में उतारकर उन्हें बड़े खिलाड़ी बनाने पर जोर दिया जा रहा है.

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नहीं होगा सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग
हरियाणा में कई स्टेडियमों के अभी तक खेल विभाग को हैंडओवर नहीं किए जाने को लेकर एक सवाल के जवाब में खेल मंत्री ने कहा कि खेल स्टेडियमों को टेकओवर करने की कागजी कार्रवाई अपने अंतिम चरण में है. हरियाणा में भविष्य में खेल स्टेडियम केवल वहीं बनाए जाएंगे, जहां इनकी वास्तव में जरूरत होगी. खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए ट्रेनिंग सैंटर भी वहीं खुलेंगे, जहां ट्रेनिंग लेने के लिए खिलाड़ी उपलब्ध होंगे. किसी भी सूरत में संसाधनों का दुरूपयोग खेल विभाग नहीं होने देगा.

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