जींद: आमतौर पर टूटी सड़क में ही गड्ढे दिखाई देते हैं जिसकी वजह से लोग दुर्घटना का शिकार होंते है लेकिन जींद शहर में की चकाचक सड़कों के बीचो बीच बने मेनहोल हादसों को दावत दे रहें हैं. यहां कहीं पर मेनहोल सड़क से आधा फुट निचे है तो कहीं सड़क से 4 इंच ऊपर जिसकी वजह से दो दो फुट के गड्ढे व अवरोध बने हुए हैं.
हालांकि ये गड्ढे सड़क के टूटने की वजह से नहीं बल्कि सीवर लाइन के मेनहोल से बने हैं जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी होती है. लोगों का कहना है कि इन मेनहोल की वजह से बने गड्ढों के कारण रोजाना बाइक या फिर स्कूटी चालक हादसे का शिकार हो रहें हैं.
एसा नहीं कि जींद में सिर्फ एक ही जगह पर ये समस्या हो, बल्कि पूरे शहर में आधी से ज्यादा सड़कों का ये ही हाल है. सिविल लाइन, गोहाना रोड, अर्बन एस्टेट, भिवानी रोड, एम्म्प्लॉयज कॉलोनी , हुड्डा सेक्टर समेत और भी कई जगहों पर ये ही हालात है.
इनमें से कुछ सड़कें नेशनल हाईवे ऑथरिटी ऑफ इंडिया के अधिकार क्षेत्र में लेकिन इस पर जो गड्ढे दिखाई दे रहे हैं यानी सीवर लाइन के मेनहोल ये सब जींद जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकार क्षेत्र में आते हैं. वहीं जब हमने रोड सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन के सदस्य सुनील वशिष्ट से इस समस्या के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि ये विभागों की आपसी तालमेल की कमी का नतीजा है. सुनील वशिष्ठ का मानना है की पुलिस विभाग को आम जनता के हेलमेट, लाइसेंस के चालान काटने साथ इन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए जो शहर की खस्ता हाल सड़कों और हादसों को दावत देते मेनहोल के जिम्मेदार हैं.
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वहीं इन गड्ढों की समस्या को लेकर जन स्वास्थ्य विभाग के एक्शन संजय शर्मा ने भी माना की कही ना कही थोड़ी बहुत तालमेल की कमी होने की वजह से ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. लेकिन अब जो भी शिकायतें हमें मिली है उन्हें जल्द से जल्द निपटा दिया जाएगा.
अब इसे प्रशासनिक अधिकारियों में तालमेल की कमी कहिए या फिर कोई भी वजह. अगर जल्द ही सड़क पर बने इन मेनहोल की समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो ये दुपहिया वाहन चालकों के लिए और घातक साबित हो सकता है.