जींद: पंजाब नेशनल बैंक में 28 सितंबर को कैबिन से 20 लाख रुपये कैश चोरी करने के मामले के मामले में पुलिस ने मध्यप्रदेश के नाबालिग को राजस्थान से काबू किया है. जबकि वारदात को अंजाम दिलवाने वाला सरगना पुलिस से बचकर भाग निकला.
पुलिस ने पहले नाबालिग का सिविल अस्पताल में कोरोना टेस्ट करवाया और उसके बाद जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया. पुलिस पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि सरगना उसको चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए बैंकों में भेजता है. वारदात करने का समय भी लंच टाइम चुनते हैं, ताकि वारदात को आसानी से अंजाम दिया जा सके.
बता दें, आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की 2 टीमें मध्यप्रदेश और राजस्थान के सूरतगढ़ गई हुई थी. पुलिस को अंदेशा था कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मध्यप्रदेश या राजस्थान भाग गए हैं. पुलिस को ये भी शक था कि किसी गैंग के सदस्यों ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है. गैंग में बच्चों से लेकर महिलाएं तक शामिल हो सकती हैं.
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि 28 सितंबर को गोहाना रोड स्थित पीएनबी से युवक और एक बच्चे ने 20 लाख रुपये की चोरी कर ली थी. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद चोरी की घटना के बारे में पता चल पाया था. पुलिस ने इस मामले में एक बच्चे समेत युवक के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी.
बैंक के कैशियर सत्यवान ने बताया था कि वो 20 लाख की नकदी के 5 बंडल बना कर कुछ समय के लिए साथ लगते कैबिन में चला गया गया था. इसके बाद शाम को जब राशि का मिलान किया तो उसमें 20 लाख रुपये की राशि कम मिली थी. इसके बाद बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो पता चला कि 11 वर्षीय बच्चा जो कि पहले से ही बैंक में बैठा था. वो एक थैले में रुपये डालकर ले गया है और इसके साथ एक अन्य युवक भी था जो कि मुंह पर मास्क लगाए हुए था.
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सिविल लाइन थाना अधिकारी वीरेंद्र ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक से 20 लाख की चोरी करने के आरोपी एक नाबालिग को राजस्थान से काबू किया है, जबकि वारदात में शामिल सरगना पुलिस से बच निकलने में कामयाब हो गया. पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल करवाकर जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश कर दिया है. पुलिस अन्य आरोपियों को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लेगी.