जींद: जिले में किसानों के विरोध-प्रदर्शन का मामला सामने आया है. बता दें कि सीएम मनोहर लाल के जींद पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पहुंचने की सूचना पर काफी संख्या में किसान काले झंडे दिखाने के लिए खटकड़ टोल धरने से जींद पहुंचे थे. लेकिन जब तक किसान रेस्ट हाउस पहुंचे उससे पहले ही सीएम अधिकारियों की मीटिंग लेकर और नागरिक अस्पताल का दौरा कर जा चुके थे.
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बता दें कि सीएम के जींद दौरे के बारे में किसानों को पता नहीं था. किसानों ने सरकार और प्रशासन पर गुमराह करने के आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने कोरोना के नाम पर जेल से रानी तालाब तक गोहाना रोड एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित करने का ड्रामा रचा. लेकिन यह सब सीएम के दौरे के चलते किया गया था.
बता दें कि सीएम के ना मिलने पर गुस्साए किसान रेस्ट हाउस से उठ कर ट्रैक्टर-ट्रालियों और गाड़ियों में बीजेपी विधायक डॉक्टर कृष्ण मिड्डा के आवास पर पहुंचे. किसानों ने बेरिकेड्स हटाकर मिड्डा के निवास पर जाने का प्रयास किया. यहां पुलिस और किसानों के बीच बहस भी हुई.
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बता दें कि विधायक मिड्डा के आवास पर हंगामे के दौरान विधायक आवास के नजदीक छत पर एक लड़के के हाथ में बंदर भगाने वाली बंदूक देखकर किसान भड़क गए. किसानों ने कहा कि हमें डराने के लिए बंदूक दिखाई जा रही है. किसानों ने इस मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.