जींद: केंद्र सरकार द्वारा 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाना है. इस बजट को लेकर व्यापारियों की क्या उम्मीदें हैं यही जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जींद के व्यापारियों से बातचीत की. बजट को लेकर व्यापारियों का कहना है कि सरकार को मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों के लिए नई योजनाएं लानी चाहिए ताकि व्यापारियों का कुछ फायदा हो सके.
'कपड़ों पर लग रहे टैक्स से काम आई कमी'
व्यापारियों ने कहा कि इस बार सरकार आयकर में छूट की लिमिट को पांच से छह लाख रुपये तक कर दे तो वो व्यापारियों को बड़ा फायदा होगा और मंदी की मार में कुछ राहत मिल पाएगी. वहीं इस बजट को लेकर कपड़ा व्यापारी सावर गर्ग का कहना है कि सरकार द्वारा कपड़े के व्यापार पर पांच परसेंट टैक्स लगने से व्यापारियों के काम में कमी आई है.
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सावर गर्ग ने कहा कि अगर सरकार ये टैक्स हटा दे तो कुछ राहत कपड़ा व्यापारियों को मिल पाएगी. वहीं व्यापारियों का ये भी कहना है कि सरकार द्वारा पहले भी व्यापारियों के लिए पेंशन योजनाएं चलाई गई थी जो कि धरातल पर नहीं उतर पाई हैं. उसको लेकर भी सरकार इस बजट में कोई प्रावधान लाए तो अच्छा रहेगा.
व्यापारियों ने GST के सरलीकरण की रखी मांग
जींद के व्यापारियों ने जीएसटी को सरल करने की भी मांग की, क्योंकि व्यापारी बाजार में आई मंदी का सबसे बड़ा कारण जीएसटी को मान रहे हैं. इसे लेकर व्यापारियों को उम्मीद है कि सरकार इस बजट सत्र में जीएसटी का सरलीकरण करेगी, ताकि व्यापारियों को मंदी से राहत मिल सके.