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लॉकडाउन खुलने के बाद भी ज्वैलर्स परेशान, सोने के दाम बढ़ने से लाखों का नुकसान

लॉकडाउन खुलने के बाद भी सुनार परेशान हैं. उनका कहना है कि शादियों का मेन सीजन निकल गया है. सोने के भाव बढ़ गए, अब लॉकडाउन से पहले लिए गए ऑर्डर्स को पुराने भाव पर बेचने से बड़े नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.

Jewelers suffer losses as gold prices rise after opening lockdown
लॉकडाउन खुलने के बाद भी ज्वैलर्स परेशान,
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Published : Jun 10, 2020, 11:06 PM IST

जींद: कोरोना संक्रमण से बचने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगा दिया गया. इस दौरान ज्वैलर्स की दुकानें भी बंद रहीं. सोना व्यापारियों और दुकानदारों का पूरा सीजन बर्बाद हो गया. अब ना कारोबार में पहले जैसे चमक रही है और ना ही बाजार में ग्राहक बचे हैं.

22 मार्च यानी लॉकडाउन शुरू होने के समय सोने के दाम 40 से 41 हजार रुपये तौला थे, लेकिन उसके बाद से सोने-चांदी की दुकानें बंद कर दी गईं तो दुकानदार भी हाथ पर हाथ रखकर बैठ गए. दुकानें तो बंद रहीं लेकिन सोने के दाम इंटरनेशनल लेवल पर बढ़ते रहे, शेयर मार्केट और डिब्बा कारोबार चालू रहा, जिसमें खरीदारी और बिक्री होती रही. जिससे सोने के दाम में लगातार उछाल होता रहा.

लॉकडाउन खुलने के बाद भी ज्वैलर्स परेशान, देखिए वीडियो

सोने के भाव में हुआ 5 हजार इजाफा

अब जब सरकार के आदेश के बाद करीब दो महीने ज्यादा वक्त के बाद दुकानें खुलीं तो सोने का दाम 5 हजार रुपये ज्यादा हो चुका था. ऐसे में आम आदमी पर इस हालात में गहने खरीदने से हिचक रहा है. वहीं जो जिन्होंने लॉकडाउन से पहले आर्डर दिया था, वो लोग भी पैसे की तंगी के चलते लेने नहीं आ रहे, कुछ ग्राहक दिए गए आर्डर के आभूषण लेने के लिए सुनारों से 1 से दो महीने का समय मांग रहे हैं.

शादियों का मेन सीजन निकल गया- ज्वैलर

ज्वेलर्स शोरूम के मालिक प्रदीप ने बताया कि विवाह का मेन सीजन निकल गया है. अब जो शादियां होनी हैं, उनमें जरूरी आइटम ही खरीदे जा रहे हैं, जिससे रस्में पूरी हो सकें. दुकान में ग्राहक बेहद ही कम आ रहे हैं.

'पहले के ऑर्डर पुराने भाव पर देने होंगे'

दुकानदार का कहना है कि लॉकडाउन से पहले लिए गए ऑर्डर्स के भाव बढ़ने के बाद पुराने आर्डर भी उसी रेट पर देने होंगे. इसको लेकर ज्वैलर्स ने कहा कि जो हमने कमिटमेंट की हुई है वह तो देना ही पड़ेगा. उनका कहना है कि हमारे धंधे में ग्राहक विश्वास के साथ जाता है अगर हम उसका विश्वास तोड़ेंगे तो हमारे पास कोई नहीं आएगा.

ज्वेलर्स ने बताया कि अब लॉकडाउन के बाद उनके पास ज्वैलरी बेचने वाले सप्लायर्स की संख्या ज्यादा बढ़ गई है. ज्वेलरी बेचने आए सप्लायर्स बताते हैं कि अब रोजगार तो खत्म हो गया है तो आर्थिक तंगी में घर चलाने के लिए पैसों की जरूरत है. इसलिए ज्वेलरी सप्लाई कर रहे हैं.

'1-1 दुकानदार को 10 लाख तक का नुकसान हो सकता है'

वहीं सोने के भाव मे बढ़ोत्तरी को लेकर ज्वेलर्स ने बताया कि जिन दुकानों में 10 से 15 बड़े ऑर्डर थे, जो 1 किलो सोने तक होते हैं, उस दुकानों को अब ग्राहक को तय किए दाम पर माल देना होगा. उससे 10 लाख तक का नुकसान एक दुकान को होगा जो उसे खुद भगतना पड़ेगा. कई छोटे दुकानदार इतना नुकसान भी नहीं भुगत सकते वो पुराने ऑर्डर देने में भी असमर्थ है. ऐसे में विवाद होने की भी संभावना है.

ये भी पढ़िए: जुलाई में होगी कॉलेजों की फाइनल ईयर की सेमेस्टर परीक्षा- सीएम मनोहर लाल

जींद: कोरोना संक्रमण से बचने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगा दिया गया. इस दौरान ज्वैलर्स की दुकानें भी बंद रहीं. सोना व्यापारियों और दुकानदारों का पूरा सीजन बर्बाद हो गया. अब ना कारोबार में पहले जैसे चमक रही है और ना ही बाजार में ग्राहक बचे हैं.

22 मार्च यानी लॉकडाउन शुरू होने के समय सोने के दाम 40 से 41 हजार रुपये तौला थे, लेकिन उसके बाद से सोने-चांदी की दुकानें बंद कर दी गईं तो दुकानदार भी हाथ पर हाथ रखकर बैठ गए. दुकानें तो बंद रहीं लेकिन सोने के दाम इंटरनेशनल लेवल पर बढ़ते रहे, शेयर मार्केट और डिब्बा कारोबार चालू रहा, जिसमें खरीदारी और बिक्री होती रही. जिससे सोने के दाम में लगातार उछाल होता रहा.

लॉकडाउन खुलने के बाद भी ज्वैलर्स परेशान, देखिए वीडियो

सोने के भाव में हुआ 5 हजार इजाफा

अब जब सरकार के आदेश के बाद करीब दो महीने ज्यादा वक्त के बाद दुकानें खुलीं तो सोने का दाम 5 हजार रुपये ज्यादा हो चुका था. ऐसे में आम आदमी पर इस हालात में गहने खरीदने से हिचक रहा है. वहीं जो जिन्होंने लॉकडाउन से पहले आर्डर दिया था, वो लोग भी पैसे की तंगी के चलते लेने नहीं आ रहे, कुछ ग्राहक दिए गए आर्डर के आभूषण लेने के लिए सुनारों से 1 से दो महीने का समय मांग रहे हैं.

शादियों का मेन सीजन निकल गया- ज्वैलर

ज्वेलर्स शोरूम के मालिक प्रदीप ने बताया कि विवाह का मेन सीजन निकल गया है. अब जो शादियां होनी हैं, उनमें जरूरी आइटम ही खरीदे जा रहे हैं, जिससे रस्में पूरी हो सकें. दुकान में ग्राहक बेहद ही कम आ रहे हैं.

'पहले के ऑर्डर पुराने भाव पर देने होंगे'

दुकानदार का कहना है कि लॉकडाउन से पहले लिए गए ऑर्डर्स के भाव बढ़ने के बाद पुराने आर्डर भी उसी रेट पर देने होंगे. इसको लेकर ज्वैलर्स ने कहा कि जो हमने कमिटमेंट की हुई है वह तो देना ही पड़ेगा. उनका कहना है कि हमारे धंधे में ग्राहक विश्वास के साथ जाता है अगर हम उसका विश्वास तोड़ेंगे तो हमारे पास कोई नहीं आएगा.

ज्वेलर्स ने बताया कि अब लॉकडाउन के बाद उनके पास ज्वैलरी बेचने वाले सप्लायर्स की संख्या ज्यादा बढ़ गई है. ज्वेलरी बेचने आए सप्लायर्स बताते हैं कि अब रोजगार तो खत्म हो गया है तो आर्थिक तंगी में घर चलाने के लिए पैसों की जरूरत है. इसलिए ज्वेलरी सप्लाई कर रहे हैं.

'1-1 दुकानदार को 10 लाख तक का नुकसान हो सकता है'

वहीं सोने के भाव मे बढ़ोत्तरी को लेकर ज्वेलर्स ने बताया कि जिन दुकानों में 10 से 15 बड़े ऑर्डर थे, जो 1 किलो सोने तक होते हैं, उस दुकानों को अब ग्राहक को तय किए दाम पर माल देना होगा. उससे 10 लाख तक का नुकसान एक दुकान को होगा जो उसे खुद भगतना पड़ेगा. कई छोटे दुकानदार इतना नुकसान भी नहीं भुगत सकते वो पुराने ऑर्डर देने में भी असमर्थ है. ऐसे में विवाद होने की भी संभावना है.

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