जींद: पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 108वीं जयंती (Devi Lal 108th birth anniversary) पर इनेलो ने शनिवार को हरियाणा की राजनीतिक राजधानी में सम्मान दिवस रैली (INLD Samman Diwas rally Jind) का आयोजन किया. इस सम्मान दिवस रैली में देश की कई क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, बिहार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रतिनिधि के तौर पर जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी उपस्थित रहे.
इस रैली में पूर्व केन्द्रीय मंत्री व बीजेपी नेता बीरेंद्र सिंह ने अचानक पहुंचकर सबको चौंका दिया. आज की इस रैली में देश में तीसरा मोर्चा बनाने के बारे में भी मंथन हुआ. इस अवसर पर अपने संबोधन में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने उपस्थित जन से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने प्रदेशों में रीजनल पार्टियों की सरकार बनाएं. बादल का कहना था कि जो दुख तकलीफ रीजनल पार्टी समझ सकती है वह दुख तकलीफ दिल्ली में बैठे नेता नहीं समझ सकते.
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प्रकाश सिंह बादल ने जनता से ज्यादा से ज्यादा रीजनल पार्टी बनाने का अनुरोध किया. वहीं मंच पर बैठे नेताओं से देश की सारी राजनीतिक पार्टियों को एक झंडे के नीचे लाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि जब तक सारी रीजनल पार्टियां एक झंडे के नीचे इक्टठी नहीं होगी तब तक एक आवाज बुलंद नहीं की जा सकती. उन्होंने ये भी कहा कि ये काम ओमप्रकाश चौटाला अच्छे से कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला को हर स्टेट में जाकर विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने का प्रयास करना चाहिए.
इस अवसर पर जम्मू कश्मीर से आए पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने किसान आंदोलन पर बोलते हुए कहा कि सरकार को यह कानून वापस लेने चाहिए और किसानों के हित में नया कानून बनाना चाहिए. उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि आंदोलन लाठी और पत्थरों से नहीं चलेगा बल्कि जिस प्रकार से गांधी जी ने शांतिपूर्ण तरीके से अंग्रेजों को देश से बाहर करने का काम किया, किसानों को भी इसी तरह आंदोलन चलाना है. उन्होंने कहा कि बीजेपी कहती है कि धारा-370 खत्म करके भारत को मजबूत किया है. मैं कहता हूं कि मजबूत नहीं किया कमजोर किया है. अब्दुला ने कहा कि राम अकेले बीजेपी और आरएसएस के नहीं बल्कि पूरी दुनिया के हैं.
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इस रैली में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं बीजेपी नेता बीरेंद्र सिंह ने पहुंचकर सबको चौंका दिया. इनेलो की रैली में यूं बीरेन्द्र सिंह का अचानक पहुंचना चर्चा का विषय बना रहा. चर्चा होने लगी कि क्या चौधरी बीरेन्द्र सिंह इनेलो में शामिल हो गए हैं. इस सबका जवाब देते हुए चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि मैं बीजेपी में हूं और यहां चौधरी देवीलाल की जयंती पर नमन करने आया हूं. इस प्रकार के कार्यक्रम में मुझे आगे भी जब बुलाया जाएगा तब तक आता रहूंगा.
वहीं इनेलो सुप्रीमो और पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि अब तक चार किसान आंदोलन हो चुके हैं और चारों में किसानों की जीत हुई. अब पांचवां आंदोलन है, इसमें भी किसानों की ही जीत होगी. उन्होंने किसानों से चौधरी देवी लाल के नक्शे कदम पर चलने की अपील की. साथ ही कहा कि सभी क्षेत्रीय दलों से बात कर भाजपा की नीतियों के बारे में प्लानिंग की जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने साजिश और षड्यंत्र कर उन्हें जेल पहुंचाया और फिर दुष्प्रचार किया कि अब चौटाला जेल में ही मरेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, मैं आपके बीच आया हूं और अब सरकार फिर डरी हुई है. ऐलनाबाद की सीट खाली है, नियम तो खाली विधानसभा सीट पर 6 महीने में चुनाव करवाने का है, लेकिन सरकार हार के डर से चुनाव नहीं करवा रही. आखिर बकरे की मां कब तक खैर बनाएगी. उन्होंने दावा किया कि सीट पर इनेलो का ही प्रत्याशी जीतेगा.
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