जींद: नरवाना के केएम कॉलेज में माइग्रेशन के नाम पर वसूली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एमए पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश के छात्र-छात्राओं ने 10वें दिन कक्षाओं का बहिष्कार किया और पूरे कॉलेज के स्टूडेंट उनके समर्थन में आए और कक्षाओं का बहिष्कार कर जमकर नारेबाजी करते हुए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.
छात्र-छात्राओं से माइग्रेशन के नाम पर चार हज़ार मांगे जा रहे हैं. जिसके विरोध में छात्र पिछले 10 दिनों से धरने पर बैठे हैं. कॉलेज प्रशासन यूनिवर्सिटी की गलती बताता है और यूनिवर्सिटी कॉलेज की गलती बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं. जिसका खमियाजा बच्चे भुगत रहे हैं. छात्राओं का कहना है कि दाखिले के समय उन्हें किसी प्रकार के माइग्रेशन का नोटिस नहीं दिया गया, लेकिन अब जबरन वसूली की जा रही है. जिसका हम विरोध कर रहे हैं.
स्टूडेंट भुगत रहे हैं खामियाजा
सुष्मिता ने कहा कि एमए पॉलिटिकल साइंस और एमए, इंग्लिश के बच्चों ने 10वें दिन भी कक्षाओं का बहिष्कार करते हुए कहा कि हमारे ऊपर जबरदस्ती चार हज़ार जुर्माना थोप दिया गया है. कॉलेज और यूनिवर्सिटी की गलती का खामयाजा स्टूडेंट भुगत रहे हैं. दाखिले के समय हमें कहा गया था कि माइग्रेशन देने की जरूरत नहीं है. लेकिन एक साल के बाद जुर्माने के नाम पर चार हज़ार जबरदस्ती वसूले जा रहे हैं. जो नाजायज है जिसको लेकर छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया और हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
आंदोलन की दी चेतावनी
छात्र ने कहा कि हम पिछले 10 दिनों से हम धरने पर बैठे हैं. यूनिवर्सिटी ने हमारे ऊपर माइग्रेशन के नाम पर जुर्माना लगाया हुआ है. वो हमारा माफ हो, लेकिन कॉलेज प्रशासन, यूनिवर्सिटी प्रशासन हमारी मांगों को अनदेखा कर रहे हैं.
हमारा क्लासों का बहिष्कार तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, यदि सोमवार तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो हम भूख हड़ताल पर भी जा सकते हैं,जिसकी जिम्मेवारी कॉलेज प्रशासन की जिम्मेदारी होगी.