झज्जर: कोरोना से बचाव के लिए मंदिरों को भी भक्तों के लिए बंद किया जाने लगा है. बहादुरगढ के बालाजी जी मंदिर के बाद अब ऐतिहासिक मां भीमेश्वरी देवी मंदिर को भी आमजन के दर्शनों के लिए बंद कर दिया गया है. कोरोना से बचाव के उपायों के तहत जिला प्रसाशन नवरात्र मेले को पहले ही रद्द किया जा चुका है.
नियम तोड़ने पर होगी सजा
कोरोना वायरस के खतरे को देकते हुए जिला उपायुक्त जितेंद्र दहिया ने बताया कि कोरोना से बचाव का एकमात्र तरीका है. सभी धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक संस्थाओं के साथ बैठक भी की जा रही है. निर्देशों के साथ अपील भी है कि 200 से ज्यादा की संख्या वाला कोई कार्यक्रम ना हो. अन्यथा आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी. जिसके तहत सजा होना भी तय है.
जिला उपायुक्त जितेंद्र दहिया ने बताया कि ऐसे स्थान जंहा लोगों का आवागमन ज्यादा है, उस जगह को हर रोज सैनिटाइज करवाया जा रहा है. इसके लिए ब्लीचिंग पाउडर की खरीद हो चुकी है. मास्क और सैनिटाइजर भी खरीदे जा रहे हैं. लोगों से भी अपील की है कि बेहद जरूरी होने पर ही सरकारी दफ्तरों में आएं अन्यथा कुछ दिनों के लिए सरकारी दफ्तरों से दूरी बना लें.
अस्पतालों में सुविधाएं
उन्होंने बताया कि गांव और शहरों में कोरोना से जागरूकता के लिए एक हजार होर्डिंग भी लगवाए जाएंगे. जिला उपायुक्त ने गैस एजेंसियों, बैंक, राशन डिपो और रोजमर्रा के समान वाले बड़े स्टोरों को भी सैनिटाइज करने के जरूरी निर्देश भी दिए गए हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने फ्लू को देखते हुए अस्पताल में ओपीडी और दवा वितरण काउंटर भी बढ़ा दिए हैं.
सर्विलांस पर 53 लोग
जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूनिया ने बताया कि इस समय 53 व्यक्तियों को उनके घर पर ही सर्विलांस में रखा गया है. जिनकी मोनिटरिंग मेडिकल टीम कर रही है. 10 मेडिकल टीमें और बना दी गयी है, जिसमें डॉक्टर के साथ लैब टेक्नीशियन, फार्मा और नर्स रहेंगी जो हर ब्लॉक में जाकर सर्विलांस का काम करेंगी. कोरोना प्रभाव को देखते हुए अस्पतालों को हर रोज दो बार सैनिटाइज किया जा रहा है.