झज्जर: कांग्रेस नेता और बादली सीट से विधायक कुलदीप वत्स इन दिनों फर्जी डिग्री मामले में फंसे हैं. बीजेपी के आरोपों पर कुलदीप वत्स ने अपनी सफाई पेश की है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उनके माता-पिता भी असली हैं और उनकी मार्कशीट भी. साल 2014 के चुनाव में नॉमिनेशन फॉर्म भरते समय एक क्लेरिकल मिस्टेक हुई थी. जिस साल दसवीं की परीक्षा पास की उसी साल 12वीं की परीक्षा पास करने की जानकारी गलती से फॉर्म में भर दी थी.
मेरे माता-पिता भी असली है और उनकी मार्कशीट भी असली है. 2014 में ना तो कोई सरकारी नौकरी ली और ना ही अन्य किसी तरह का लाभ लिया. 2014 में कांग्रेस की तरफ से टिकट कट जाने के कारण मेरी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. किसी वकील द्वारा फार्म में भरी गई जानकारी पर उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया. कुलदीप वत्स, कांग्रेस विधायक
विधायक कुलदीप वत्स का कहना है कि वह जात-पात धर्म और झूठ-लूट की राजनीति नहीं करते. उन पर मार्कशीट फर्जी होने के जो आरोप लगाए गए हैं. वो सब बेबुनियाद हैं. नरेश शर्मा द्वारा पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में लगाई गई याचिका से कुछ निकलने वाला नहीं. एक दिन दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. विधायक वत्स ने ना सिर्फ फर्जी डिग्री होने के आरोप पर सफाई दी, बल्कि प्रदेश की गठबंधन सरकार पर भी निशाना साधा है.
कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने कहा कि प्रदेश सरकार जातिगत जहर घोलने का काम कर रही है. यह भाई-भाई को लड़वाना चाहती है. उन्होंने कहा कि हरियाणा का लूट का पैसा बीजेपी राजस्थान चुनाव में खर्च कर रही है. लेकिन जेजेपी का वहां खाता भी नहीं खुलने वाला.
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चार डिप्टी सीएम बनाए जाने पर भी कुलदीप वत्स ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने जो घोषणा की है वह पत्थर की लकीर है. वह नहीं जानते कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने क्या कहा है, लेकिन भूपेंद्र हुड्डा जो कहते हैं वह करके दिखाते हैं. कुलदीप वत्स ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ और पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा तथा सांसद अरविंद शर्मा पर भी जमकर अपनी भड़ास निकाली.
ये भी पढे़ं: कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स को मिली धमकी, नशा कारोबार के खिलाफ उठा रहे थे आवाज