झज्जर: जिले में पुलिस प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. कोरोना काल जहां प्रदेश सरकार और पीएम मोदी लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने की अपील कर रहे हैं. लेकिन झज्जर पुलिस के कानों पर जूं तक नही रेंग रही है.
झज्जर पुलिस मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंस का पालन करना जरूरी नहीं समझती है. लेकिन हां आम जनता अगर मास्क नहीं लगाएगी तो झज्जर पुलिस आग बबूला हो जाती है. लोगो की दलील सुनना भी जरूरी नहीं समझती, सीधा 500 रुपये का चालान कर देती है.
कोरोना काल में पुलिस उड़ा रही नियमों की धज्जियां
अब जरा इन दो तस्वीरों पर गौर कीजिए है. एक तस्वीर में झज्जर पुलिस का हेड कॉन्सेटबल है. जो बाइक पर बैठा है. अवैध पार्किंग में ऑन रोड अपनी बाइक खड़ी करके फोन पर बात कर रहा है. जनाब के लिए ना मास्क जरूरी है ना हेलमेट. हद की बात है नंबर प्लेट तक जरूरी नहीं है.
दूसरी तस्वीर में एक एएसआई जो एक अन्य आदमी के साथ गाड़ी में बैठा है. जो मास्क हटाकर दूसरे आदमी से बिना दो गज की दूरी बनाए बात कर रहा है. ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है कि इस महामारी से निपटने के लिए क्या आम जनता को ही सिर्फ नियमों का पालन करना होगा. क्या पुलिस पर कोई कायदे-कानून लागू नहीं होते.
क्या आम आदमी की तरह पुलिस पर भी होगी कार्रवाई
क्या अब ऐसे कोरोना महामारी से निपटेगी झज्जर पुलिस. आम जनता पर तुरंत कार्रवाई. लेकिन खुद पर कोई नियम कानून लागू नहीं होते हैं. खैर अब देखना होगा क्या इन पुलिस वालों के खिलाफ आम जनता की तरह कोई एक्शन होता है या फिर इन्हें ऐसे ही खुली आजादी के लिए छोड़ दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: किसानों के दिल्ली कूच से पहले सख्त हरियाणा सरकार, कई नेता गिरफ्तार, बॉर्डर सील