झज्जर: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए झज्जर जिला प्रशासन लगातार सावधानी बरत रहा है. इसी सतर्कता और सजगता वजह से जिले में कोविड19 के मामले सामने नहीं आए हैं. राजधानी दिल्ली से सटा झज्जर जिला पूरी तरह से स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति गंभीर नजर आ रहा है.
झज्जर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य जांच हेतु सचल चिकित्सा इकाई (मोबाइल हेल्थ यूनिट) की 25 टीमें सक्रियता से अपना कार्य कर रही हैं. प्रशासनिक रूपरेखा के तहत स्वास्थ्य और आयुष विभाग की संयुक्त सचल चिकित्सा इकाई शहर के हर वार्ड और गांव की चौपाल तक पहुंचकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है.
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आपको बता दें कि सिविल सर्जन डॉ. रणदीप पूनिया के नेतृत्व में उपायुक्त द्वारा गठित सभी 25 टीमें सुरक्षा कवच के रूप में जिला झज्जर को कोरोना से बचाव का कार्य कर रही हैं. कोरोना से बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन में सचल चिकित्सा इकाई हर गांव और शहरी क्षेत्र में दस्तक देते हुए लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है.
एक टीम में एक चिकित्सा अधिकारी, एक फार्मेसिस्ट, एक एएनएम और एक स्टाफ नर्स मोबाइल हेल्थ यूनिट के रूप में गांव में पहुंचती है और गांव के सार्वजनिक स्थल पर बैठकर गांव के लोगों के स्वास्थ्य की लगातार जांच कर रही है.
कोरोना संक्रमण का फैलाव न हो इसके लिए थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है. यदि किसी व्यक्ति में खांसी, जुकाम या बुखार आदि कोरोना के लक्षण मिलते हैं, तो व्यक्ति उसे एंबुलेंस बुलाकर कोविड-सेंपल के लिए भेजा जाता है. कोरोना महामारी झज्जर में दस्तक ना दे इसके लिए भी इस जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है.