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झज्जर: किसानों ने टिकरी बॉर्डर पर अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन - किसान अर्धनग्न प्रदर्शन टिकरी बॉर्डर

सोमवार को किसानों ने टिकरी बॉर्डर से लेकर बहादुरगढ़ के पुराना बस स्टैंड तक अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तीनों कानून को वापस करने की मांग की.

half nude farmers protest jhajjar
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Published : Jan 4, 2021, 8:20 PM IST

झज्जर: कृषि कानून को वापस कराने की मांग को लेकर टीकरी बॉर्डर पर किसान 40 दिन से डटे हुए हैं. सोमवार को किसानों ने टिकरी बॉर्डर से लेकर बहादुरगढ़ के पुराना बस स्टैंड तक अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तीनों कानून को वापस करने की मांग की.

प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानून को रद्द नहीं करती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. बता दें कि रविवार को टिकरी बॉर्डर पर दो किसानों की मौत हुई थी. जिसमें एक किसान जगबीर जींद का रहने वाला था. दूसरा किसान बठिंडा का रहने वाला था.

8वें दौर की बैठक में भी नहीं बनी बात

किसान आंदोलन के 40वें दिन कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल की मौजूदगी में किसानों के साथ बैठक हुई. बैठक में कोई आम सहमति नहीं बन सकी और गतिरोध बना रहा. अगली वार्ता 8 जनवरी को होगी. बैठक के बाद कृषि मंत्री तोमर ने कहा, 'स्वाभाविक रूप से रास्ता निकलने के लिए तो तालियां दोनों हाथ से ही बजती है ना.'

ये भी पढ़ें- किसान आंदोलन : 8 जनवरी को अगली वार्ता, तोमर बोले- दोनों हाथों से बजती है ताली

उन्होंने कहा कि किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सके. ऐसे में दोनों पक्षों ने यह तय किया कि आठ तारीख को दोबारा चर्चा करेंगे. तोमर ने कहा कि चर्चा के दौरान माहौल अच्छा था, लेकिन कानूनों को रद्द करने पर अड़े रहने के कारण कोई रास्ता नहीं बन पाया. उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस प्रकार की बातचीत आज हुई है, उस हिसाब से अगली बैठक में सार्थक बातचीत होगी और हम किसी समाधान तक पहुंचेंगे.

झज्जर: कृषि कानून को वापस कराने की मांग को लेकर टीकरी बॉर्डर पर किसान 40 दिन से डटे हुए हैं. सोमवार को किसानों ने टिकरी बॉर्डर से लेकर बहादुरगढ़ के पुराना बस स्टैंड तक अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तीनों कानून को वापस करने की मांग की.

प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानून को रद्द नहीं करती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. बता दें कि रविवार को टिकरी बॉर्डर पर दो किसानों की मौत हुई थी. जिसमें एक किसान जगबीर जींद का रहने वाला था. दूसरा किसान बठिंडा का रहने वाला था.

8वें दौर की बैठक में भी नहीं बनी बात

किसान आंदोलन के 40वें दिन कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल की मौजूदगी में किसानों के साथ बैठक हुई. बैठक में कोई आम सहमति नहीं बन सकी और गतिरोध बना रहा. अगली वार्ता 8 जनवरी को होगी. बैठक के बाद कृषि मंत्री तोमर ने कहा, 'स्वाभाविक रूप से रास्ता निकलने के लिए तो तालियां दोनों हाथ से ही बजती है ना.'

ये भी पढ़ें- किसान आंदोलन : 8 जनवरी को अगली वार्ता, तोमर बोले- दोनों हाथों से बजती है ताली

उन्होंने कहा कि किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सके. ऐसे में दोनों पक्षों ने यह तय किया कि आठ तारीख को दोबारा चर्चा करेंगे. तोमर ने कहा कि चर्चा के दौरान माहौल अच्छा था, लेकिन कानूनों को रद्द करने पर अड़े रहने के कारण कोई रास्ता नहीं बन पाया. उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस प्रकार की बातचीत आज हुई है, उस हिसाब से अगली बैठक में सार्थक बातचीत होगी और हम किसी समाधान तक पहुंचेंगे.

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