झज्जर: एक तरफ जहां सरकार आयुष्मान योजना के लागू होने के बाद पूरे देश में गरीबों को निशुल्क इलाज मुहैया कराए जाने के लंबे-चौड़े दावे कर रही है. वहीं इस योजना से आमजन और गरीब आदमी को कितना लाभ मिल रहा है इसकी बानगी झज्जर में देखने को मिली. जहां अपनी मासूम बच्ची के इलाज के लिए मजबूर पिता को अपना मोबाइल फोन गिरवी रखना पड़ा.
3 साल की गुंजन को आवारा कुत्ते ने बनाया था शिकार
शहर के सुभाष नगर क्षेत्र में तीन साल की गुंजन को आवारा कुत्ते ने काटा लिया था. इलाज के लिए परिजन गुंजन को सिविल अस्पताल लेकर आए. जहां गुंजन के पिता को ये कहा गया कि सरकारी अस्पताल में इंजेक्शन नहीं है. जिसके बाद गुंजन के पिता ने बाहर से इंजेक्शन खरीदने की सोची, लेकिन इंजेक्शन 4500 रुपये का था और उसके पास सिर्फ 2000 रुपये बचे थे. ऐसे में 2500 रूपये कम पड़ने की सूरत में उसने मोबाइल को गिरवी रख दिया. बाद में दोस्त से उधार लेकर उसने अपना गिरवी मोबइल वापस लिया.
सीएमओ ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
वहीं सीएमओ ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है और उन्होंने अस्पताल से इस लापरवाही पर जवाब मांगा है. जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.