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15 दिनों से टिकरी बॉर्डर पर डटे हैं किसान, बोले- कानून रद्द होने तक कहीं नहीं जाएंगे

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Published : Dec 11, 2020, 10:03 PM IST

Updated : Dec 12, 2020, 6:26 AM IST

झज्जर के टिकरी बॉर्डर पर किसानों का धरना बीते कई दिनों से जारी है. किसानों के समर्थन में हर वर्ग के लोग सामने आ रहे हैं. किसानों का साफ कहना है कि जब तक नए कृषि कानून रद्द नहीं होते वो यहां से नहीं हटेंगे.

jhajjar tikri border protest
jhajjar tikri border protest

झज्जर: कृषि कानून को रद्द करने के लिए किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. टिकरी बॉर्डर से लेकर रोहद टोल तक किसानों के ट्रैक्टर हाईवे पर करीब 10 किलोमीटर तक बंद है. किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. आए दिन तमाम दलों के नेता, पंजाब के कलाकार आकर किसानों का समर्थन कर रहे हैं. किसानों ने अब अस्थाई रूप से बॉर्डर पर ही गुरुद्वारा बना लिया है.

किसान एक सुर में आवाज दे रहे हैं कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते तब तक वो सड़कों से उठने वाले नहीं हैं. भले ही सरकार जितने मर्जी हथकंडे अपना ले उनका धरना कमजोर नहीं होने वाला है. अब किसान अलग रणनीति के तहत अपने इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं.

ये भी पढे़ं- सिंघु बॉर्डर: किसानों के धरने पर फॉगिंग मशीन से डेंगू के प्रभाव को किया जा रहा कम

आपको बता दें सरकार कुछ बिंदुओं पर कृषि कानून में संशोधन करने को तैयार है, लेकिन किसान इस कानून को पूरी तरह से रद्द करने की मांग कर रहे हैं. जिसके कारण सरकार और किसानों में सहमति नहीं बन पा रही है.

झज्जर: कृषि कानून को रद्द करने के लिए किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. टिकरी बॉर्डर से लेकर रोहद टोल तक किसानों के ट्रैक्टर हाईवे पर करीब 10 किलोमीटर तक बंद है. किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. आए दिन तमाम दलों के नेता, पंजाब के कलाकार आकर किसानों का समर्थन कर रहे हैं. किसानों ने अब अस्थाई रूप से बॉर्डर पर ही गुरुद्वारा बना लिया है.

किसान एक सुर में आवाज दे रहे हैं कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते तब तक वो सड़कों से उठने वाले नहीं हैं. भले ही सरकार जितने मर्जी हथकंडे अपना ले उनका धरना कमजोर नहीं होने वाला है. अब किसान अलग रणनीति के तहत अपने इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं.

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आपको बता दें सरकार कुछ बिंदुओं पर कृषि कानून में संशोधन करने को तैयार है, लेकिन किसान इस कानून को पूरी तरह से रद्द करने की मांग कर रहे हैं. जिसके कारण सरकार और किसानों में सहमति नहीं बन पा रही है.

Last Updated : Dec 12, 2020, 6:26 AM IST
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