झज्जर: पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 सैनिकों के मामले में झज्जर का गुस्सा उबाल पर है. यहां पिछले चार दिनों से बच्चे, बूढ़े और जवान जहां शहादत पाने वाले अपने वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. वहीं सड़कों पर उतरकर पाक को पानी पी पीकर कोस रहे हैं.
प्रदर्शन कर रहे सभी लोगों की जुबान पर पाक को सबक सिखाने की बात है और आंखों में गुस्सा नजर आ रहा है. सोमवार को शहीदों को नमन करने के लिए पूर्व सैनिक शहर में निकले. उन्होंने पाक का झंडा जलाया और शहर भर में प्रदर्शन कर पाकिस्तान से शहादत की कीमत वसूलने की मांग दोहराई.
पूर्व सैनिकों ने यहां तक कहा कि सरकार चाहे तो वे फिर से बार्डर पर जाकर बंदूक उठाने को तैयार है. अगर धन की जरूरत हो तो वे अपनी पेंशन सरकार को दे सकते हैं. इनके साथ पूर्व अर्धबल सैनिक संगठन भी विरोध में उतरा. उन्होंने अर्ध सैनिक बलों के जवानों की 2004 से बंद हुई पेंशन और सैनिकों को शहीद का दर्जा देने की मांग की. इसके लिए उन्होंने डीसी के जरिए प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी दिया.
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पूर्व सैनिक कपिल ने केंद्र सरकार से इस हमले का बदला ने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों की आए दिन जान जा रही है. 40 घरों के दीये हाल ही में बुझा दिए गए. पूर्व सैनिकों ने कहा की वे अपनी सेना के साथ खड़े हैं और अब इन हालात में सरकार को कश्मीर से धारा 370 को भी समाप्त कर देना चाहिए. उन्होंने 40 के बदले 4