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झज्जर तहसील में लाखों का घोटाला, 70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा - land registry scam

झज्जर तहसील ऑफिस में भ्रष्टाचार का (corruption in jhajjar tehsil office) मामला सामने आया है जहां 70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर उनके खातों से लाखों रुपये लूटे जा चुके हैं. ज्यादातर मामले बेरी तहसील के हैं. ऑनलाइन लूट मचाने वाले एक आरोपी को जमुई बिहार और दूसरे को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया.

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Published : Dec 13, 2022, 9:34 PM IST

झज्जर तहसील में लाखों का घोटाला, 70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा

झज्जर: एक तरफ ऑनलाइन लेन देन लगातार बढ़ रहा है और इसके ज्यादा इस्तेमाल से लोगों को फायदा तो हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. फर्जी फोन कॉल, फर्जी लिंक या फिर बातों में उलझाकर एटीएम पिन हासिल कर हुए फ्रॉड तो आपने सुनें होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आप कहीं अपना अंगूठा लगाते हैं और आधार नम्बर साथ में देते हैं तो आपके अंगूठे और आधार नम्बर से भी आपका खाता खाली किया जा सकता है. दरअसल झज्जर तहसील ऑफिस में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है

तहसील ऑफिस से लोगों से लूट: 70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर उनके खातों से लाखों रुपये लूटे जा चुके हैं. अब आप कहेंगे कि ये लुटेरे आपके अंगूठे और आधार नम्बर कहां से लेते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा तहसील ऑफिस से किया जा सकता है. जी हां, वही तहसील ऑफिस जहां आप अपनी जमीन की रजिस्ट्री (land registry scam) करवाने जाते हैं. रजिस्ट्री के वक्त बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो अंगूठा लगाते हैं और आधार नम्बर तो रजिस्ट्री में लिखा ही होता है.

तहसील ऑफिस के लोगों के साथ मिलकर ऑनलइन लूटने वाले गिरफ्तार
तहसील ऑफिस के लोगों के साथ मिलकर ऑनलइन लूटने वाले गिरफ्तार

बेरी तहसील ऑफिस में लोगों से लूट: तहसील ऑफिस के लोगों के साथ मिलकर ऑनलइन लूटने वाले लोग आपके अंगूठे और आधार नम्बर हासिल कर लेते हैं. ताजा खबर है झज्जर से जहां लुटेरे फिंगर प्रिंट (Robbed with finger print)का क्लोन तैयार कर ऑनलाइन लूट मचाते थे. झज्जर और बेरी तहसील ऑफिस के कर्मचारियों के साथ मिलकर रजिस्ट्रियों से फिंगर प्रिंट हासिल कर लाखों की लूट को अंजाम दे चुके हैं. फिलहाल ये दो लुटेरे पुलिस की गिरफ्तर में आ चुके हैं.

70 से ज्यादा लोगों को बनाया निशाना: झज्जर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभी तक दोनों आरोपियों ने 70 लोगों को अपना शिकार बनाया है. ज्यादातर मामले बेरी तहसील के हैं. ऑनलाइन लूट मचाने वाले एक आरोपी को जमुई बिहार और दूसरे को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया. ऑनलाइन ई पेमेंट सिस्टम यानि एईपीएस (AEPS) इसका मतलब है कि आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (aadhar enabled payment system) मूल रुप से यह एक आधार आधारित भुगतान सेवा है इसी के जरिए ये सारा फ्रॉड होता है.

70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर लूटे लाखों रुपये
70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर लूटे लाखों रुपये

शातिराना अंदाज में ठगी: चालबाज व्यक्ति पहले अंगूठे के निशान और आधार नम्बर का इस्तेमाल कर बैंक कॉरस्पोंडेंस आई डी बनवाता है. फिंगर प्रिंट का रबड़ क्लोन तैयार करवाता है. उसके बाद चैक किया जाता है कि आधार नम्बर किसी बैंक खाते से जुड़ा है जब ऐसा खाता मिल जाता है. तब इलेक्ट्रॉनिक लेन देन के लिए किसी भी प्लेटफॉर्म पर जाकर ऑनलाइन फर्जी अकाउन्ट खोल लेते हैं.

उसके बाद इलैक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन प्रोसैसिंग प्लेटफॉर्म के एप में लॉगिन करते हैं. फिर बायोमैट्रिक डिवाईस और क्लोन रबड़ फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल पर खाते से रकम अपने वॉलेट वाले खाते में डाल लेते हैं और फिर किसी मनी ट्रांसफर की दुकान से जाकर कैश ले लेते हैं. लुटेरों ने जहाजगढ़ गांव के व्यक्ति को अपना निशाना बनाया.

झज्जर तहसील ऑफिस में भ्रष्टाचार का मामला
झज्जर तहसील ऑफिस में भ्रष्टाचार का मामला

पुलिस गिरफ्त में दो आरोपी: जब इस तरह का फ्रॉड हुआ तो उसने पुलिस को शिकायत दी. जालसाजों ने उसके खाते से 10-10 हजार करके एक लाख 12 हजार रुपये निकाल लिए थे. शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई और साईबर सैल ने जांच में पाया कि ऑनलाइन ई पेंमेंट सिस्टम के जरिए सारा फ्रॉड किया गया है.

ये भी पढ़ें: हिसार में पार्षद से मारपीट मामला: लांधड़ी टोल प्लाजा पर किसानों का धरना जारी, जिले से सभी टोल प्लाजा किए फ्री

जिसके बाद साईबर सैल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस गिरफ्त में आया एक आरोपी बिहार के जमुई जिले का रहने वाला सूरज है और दूसरा आरोपी उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के गांव खुरासन का रहने वाला राकेश उर्फ नेता है जिसे फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ें: जाटों की तुलना भिंडरावाले से करने का मामला: खाप पंचायतों ने यशपाल मलिक के खिलाफ खोला मार्चा

झज्जर तहसील में लाखों का घोटाला, 70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा

झज्जर: एक तरफ ऑनलाइन लेन देन लगातार बढ़ रहा है और इसके ज्यादा इस्तेमाल से लोगों को फायदा तो हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. फर्जी फोन कॉल, फर्जी लिंक या फिर बातों में उलझाकर एटीएम पिन हासिल कर हुए फ्रॉड तो आपने सुनें होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आप कहीं अपना अंगूठा लगाते हैं और आधार नम्बर साथ में देते हैं तो आपके अंगूठे और आधार नम्बर से भी आपका खाता खाली किया जा सकता है. दरअसल झज्जर तहसील ऑफिस में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है

तहसील ऑफिस से लोगों से लूट: 70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर उनके खातों से लाखों रुपये लूटे जा चुके हैं. अब आप कहेंगे कि ये लुटेरे आपके अंगूठे और आधार नम्बर कहां से लेते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा तहसील ऑफिस से किया जा सकता है. जी हां, वही तहसील ऑफिस जहां आप अपनी जमीन की रजिस्ट्री (land registry scam) करवाने जाते हैं. रजिस्ट्री के वक्त बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो अंगूठा लगाते हैं और आधार नम्बर तो रजिस्ट्री में लिखा ही होता है.

तहसील ऑफिस के लोगों के साथ मिलकर ऑनलइन लूटने वाले गिरफ्तार
तहसील ऑफिस के लोगों के साथ मिलकर ऑनलइन लूटने वाले गिरफ्तार

बेरी तहसील ऑफिस में लोगों से लूट: तहसील ऑफिस के लोगों के साथ मिलकर ऑनलइन लूटने वाले लोग आपके अंगूठे और आधार नम्बर हासिल कर लेते हैं. ताजा खबर है झज्जर से जहां लुटेरे फिंगर प्रिंट (Robbed with finger print)का क्लोन तैयार कर ऑनलाइन लूट मचाते थे. झज्जर और बेरी तहसील ऑफिस के कर्मचारियों के साथ मिलकर रजिस्ट्रियों से फिंगर प्रिंट हासिल कर लाखों की लूट को अंजाम दे चुके हैं. फिलहाल ये दो लुटेरे पुलिस की गिरफ्तर में आ चुके हैं.

70 से ज्यादा लोगों को बनाया निशाना: झज्जर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभी तक दोनों आरोपियों ने 70 लोगों को अपना शिकार बनाया है. ज्यादातर मामले बेरी तहसील के हैं. ऑनलाइन लूट मचाने वाले एक आरोपी को जमुई बिहार और दूसरे को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया. ऑनलाइन ई पेमेंट सिस्टम यानि एईपीएस (AEPS) इसका मतलब है कि आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (aadhar enabled payment system) मूल रुप से यह एक आधार आधारित भुगतान सेवा है इसी के जरिए ये सारा फ्रॉड होता है.

70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर लूटे लाखों रुपये
70 से ज्यादा लोगों के अंगूठे और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर लूटे लाखों रुपये

शातिराना अंदाज में ठगी: चालबाज व्यक्ति पहले अंगूठे के निशान और आधार नम्बर का इस्तेमाल कर बैंक कॉरस्पोंडेंस आई डी बनवाता है. फिंगर प्रिंट का रबड़ क्लोन तैयार करवाता है. उसके बाद चैक किया जाता है कि आधार नम्बर किसी बैंक खाते से जुड़ा है जब ऐसा खाता मिल जाता है. तब इलेक्ट्रॉनिक लेन देन के लिए किसी भी प्लेटफॉर्म पर जाकर ऑनलाइन फर्जी अकाउन्ट खोल लेते हैं.

उसके बाद इलैक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन प्रोसैसिंग प्लेटफॉर्म के एप में लॉगिन करते हैं. फिर बायोमैट्रिक डिवाईस और क्लोन रबड़ फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल पर खाते से रकम अपने वॉलेट वाले खाते में डाल लेते हैं और फिर किसी मनी ट्रांसफर की दुकान से जाकर कैश ले लेते हैं. लुटेरों ने जहाजगढ़ गांव के व्यक्ति को अपना निशाना बनाया.

झज्जर तहसील ऑफिस में भ्रष्टाचार का मामला
झज्जर तहसील ऑफिस में भ्रष्टाचार का मामला

पुलिस गिरफ्त में दो आरोपी: जब इस तरह का फ्रॉड हुआ तो उसने पुलिस को शिकायत दी. जालसाजों ने उसके खाते से 10-10 हजार करके एक लाख 12 हजार रुपये निकाल लिए थे. शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई और साईबर सैल ने जांच में पाया कि ऑनलाइन ई पेंमेंट सिस्टम के जरिए सारा फ्रॉड किया गया है.

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जिसके बाद साईबर सैल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस गिरफ्त में आया एक आरोपी बिहार के जमुई जिले का रहने वाला सूरज है और दूसरा आरोपी उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के गांव खुरासन का रहने वाला राकेश उर्फ नेता है जिसे फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था.

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