हिसारः जिले में टीकाकरण के बाद दो बुजुर्गों की मौत के मामले में हेडक्वार्टर से डॉ. विरेंद्र अहलावत और डब्लूएचओ से डॉ. शिवानी की टीम मौत के कारणों का पता लगाने के लिए नागरिक अस्पताल पहुंची. यहां आने के बाद टीम ने सिविल सर्जन डॉ. रत्ना भारती सहित अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की.
गौरतलब है कि आदमपुर के ढाणी मोहब्बतपुर गांव और नारनौंद के बडाला गांव निवासी दो बुजुर्गों ने सोमवार को कोरोना टीका लगवाया था और टीका लगवाने के एक-डेढ़ घंटे बाद दोनों की मौत हो गई थी. इसके बाद सूचना पाकर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे.
ये भी पढ़ेंः हांसी: टीकाकरण के बाद दो बुजुर्गों की हुई मौत, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
स्थानीय अधिकारियों से टीम के सवाल
- उन बूथों पर कितनी वैक्सीन लगी है और किस-किस को लगी है ?
- वैक्सीन की खेप उस बूथ पर कहां से भेजी गई थी ?
- वैक्सीन लगने के बाद बाकी लाभार्थियों में तो कोई दुष्प्रभाव नहीं है ?
- अब उनकी हालत कैसी है ?
इस बारे में टीम ने विभाग से रिपोर्ट तलब की है. विभागीय अधिकारियों की ओर से भी टीकाकरण की रिपोर्ट टीम को सौंप दी गई है.
ये भी पढ़ेंः कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हिसार प्रशासन ने 18 टीमें की गठित
स्वास्थ्य विभाग के पास वीरवार देर शाम तक 12 हजार वैक्सीन की चौथी खेप भी जल्द पहुंचने वाली है. इस समय जिले में लगभग 7 हजार वैक्सीन का भंडार है और जिले में बुधवार को 368 लाभार्थियों ने टीका लगवाया है. इनमें से 215 लाभार्थियों ने सरकारी अस्पताल तो 153 लाभार्थियों ने निजी अस्पतालों में टीका लगवाया है. बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से केवल जिला अस्पताल एवं निजी अस्पतालों में टीकाकरण किया गया. इसके लिए लगभग 45 बूथ बनाए गए थे, जहां पर टीकाकरण हुआ.