हिसार: नारनौंद में बिजली कर्मचारी तीन दिन से धरना दे रहे हैं. उनका ये धरना बिजली विभाग के दो कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज करवाने और निगम प्रबंधन की ओर से उनको सस्पेंड करने के खिलाफ है.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कर्मचारी नेता राजेश कुमार का कहना है कि बिजली निगम प्रबंधन लगातार कर्मचारी विरोधी फैसले ले रहा है. कर्मचारियों को मामूली दोष पर सस्पेंड किया जा रहा है और उन पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. इस मामले को लेकर नारनौंद में बिजली कर्मचारियों का 17 जून से विरोध प्रदर्शन जारी है, जो 29 जून से धरने में तब्दील हो गया है.
कर्मचारियों ने की बहाली की मांग
कर्मचारी नेताओं का कहना है कि एसडीओ अपनी एफआईआर वापस लेकर दोनों कर्मचारियों को बहाल करे. अगर निगम के अधिकारी हमारी मांगो को जल्द ही पूरा नहीं करते तो आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा.
एसडीओ की ओर से सफाई
नारनौंद बिजली निगम के एसडीओ कृष्ण कुमार ने बताया कि कर्मचारी अपने गलत कामों की वजह से एफआईआर, सस्पेंड और अपने ऊपर होने वाली इन्क्वारी से डरे हुए हैं. इसलिए हम पर दबाव बनाने की कौशिश कर रहे हैं. इन्होंने मुझे दो बार नोटिस दिया है. मैंने उसका जवाब दे दिया है.
ये भी पढ़ें:-अनलॉक 2.0: गोहाना में खुली सभी दुकानें, बरती जा रही सावधानी
साथ ही उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त मैंने एसडीएम और उपायुक्त महोदय को भी जानकारी दी है. कर्मचारियों के पास किसी प्रकार का कोई मुद्दा नहीं है. इनका काम करने से मन भर चुका है. इसके अलावा किसी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए मैं हमेशा तैयार हूं.