हिसार: हरियाणा में बिजली संकट गहराता जा रहा है. तापमान में सामान्य से 5 से 7 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. हिसार में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच चुका है. गर्मी बढ़ने की वजह से जिले में लू का प्रकोप भी जारी है. इस बीच बिजली के लगते कटों ने लोगों की परेशानी को दोगुना कर दिया है. हिसार शहर में पहले 24 घंटे बिजली सप्लाई दी जाती थी. अब यहां रोजाना 8 से 10 कट (electricity cuts in hisar) लग रहे हैं.
हिसार सर्कल की क्षमता 80 लाख यूनिट की सप्लाई की है, लेकिन डिमांड 90 लाख यूनिट तक है. 45 डिग्री तापमान में बिजली के कटों से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इतना ही नहीं लोगों को पीने के पानी की भी समस्या हो रही है. इसका असर उद्योगों पर भी पड़ रहा है. हिसार उद्योग संघ (hisar industries association) के महासचिव अजय बतरा ने बताया कि बिजली के कटों का कोई शेड्यूल नहीं है. अगर बिजली निगम बता दे कि कटों का क्या शेड्यूल रहेगा, तो उद्योग प्रबंधन कर लें.
अजय बतरा ने कहा कि बिजली कट लगने के बाद जब निगम के अधिकारियों को फोन किया जाता है, तो अधिकारी फोन नहीं उठाते. कई बार इस समस्या को लेकर अधिकारियों के साथ बीचतीत भी की गई, लेकिन समस्या जस की तस है. झज्जर जिले के दोनों थर्मल प्लांटों से 2820 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है, इसमें से 1320 मेगावाट हरियाणा को मिलता है बाकी दिल्ली और अन्य जगह दिया जाता है. हिसार में 600 -600 मेगावाट की दो यूनिट खेदड़ थर्मल प्लांट में लगाई गई हैं.
इनमें से एक यूनिट का लंबे समय से रोटर खराब है. हरियाणा सरकार ने इसके लिए चीन की कंपनी को काफी समय पहल ऑर्डर भी दे दिया, लेकिन दोनों देशों के रिश्तों के बीच खटास के कारण ये रोटोर आज तक नहीं ठीक हो पाए हैं. वहीं पानीपत थर्मल में 250-180-210 मेगावाट की तीन यूनिट चल रही हैं. यमुनानगर की 300-300 मेगावाट दोनों यूनिट ठीक चल रही हैं. जिसकी वजह से अभी हालात ज्यादा खराब नहीं हुए हैं. हिसार में तो शहरी क्षेत्रों में भी दिन में 5-6 घंटे बिजली कट लग रहे हैं. शहरों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में बिजली सप्लाई (power shortage in hisar) का और भी बुरा हाल है.
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