हिसार: नए साल की शुरुआत हरियाणा में प्रचंड ठंड के साथ हुई. साल 2021 की पहली रात हरियाणा में ऐसी सर्दी पड़ी की पिछले 47 सालों के रिकॉर्ड टूट गए. अगर बात हिसार की करें तो यहां 1 जनवरी को तापमान इतना नीचे चला गया है हिल स्टेशनों की सर्दी भी फेल हो गई. दरअसल यहां 1 जनवरी को न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से भी नीचे -1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इससे पहले साल 1973 में न्यूनतम तापमान -1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो अब तक का रिकॉर्ड है.
हरियाणा में सर्दी का सितम
प्रदेश में क्यों इतनी ठंड पढ़ रही है? ये बताया हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खीचड़ ने. डॉ. खीचड़ ने बताया कि जम्मू, कश्मीर और हिमाचल की तरफ से बीते 26 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ उत्तर की तरफ बढ़ा था और साथ में दक्षिण पूर्वी हवा चली जिससे वातावरण में नमी की मात्रा ज्यादा हो गई. वहीं रविवार रात को पहाड़ों से फिर से उत्तर पश्चिमी हवाएं मैदानी क्षेत्रों की तरफ बढ़ीं, जिससे धरती का तापमान कम हुआ और तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली. जिससे पाला जम रहा है और ठंड बढ़ रही है.
कब मिलेगी प्रचंड ठंड से राहत?
सिर्फ हिसार ही नहीं बल्कि हरियाणा के दूसरे जिलों में भी हाड़ मांस गला देने वाली ठंड पड़ रही है. हिसार के अलावा बीते दिनों नारनौल का तापमान भी शून्य से नीचे -0.5 और रेवाड़ी का जमाव बिंदु पर पहुंचा है. रेवाड़ी के बावल स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर न्यूनतम तापमान 0.0 रिकॉर्ड किया गया. मौसम वैज्ञानिक की मानें तो आने वाली 3 दिसंबर से हरियाणा के कई जिलों में बारिश हो सकती है.
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भले ही 3 दिसंबर से होने वाली बारिश के बाद तापमान में बढोतरी देखने को मिलेगी, लेकिन 6 दिसबंर के बाद दोबारा से तापमान में गिरावट देखी जाएगी. यानी की अभी आने वाले दिनों में लोगों को ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है.