हिसार: हांसी के चर्चित रामेहर फर्जी हत्याकांड में डाटा गांव में महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में मृतक रमलू के परिवार को आर्थिक सहायता देने पर विचार किया गया. लेकिन पुरे गांव के मौजिज लोग मौजूद नहीं होने के कारण कितनी आर्थिक सहायता दी जाये इस पर फैसला टल गया.
बता दें कि आरोपी रामेहर और मृतक रमलू दोनों ही इस गांव के रहने वाले हैं. रामेहर ने रमलू की हत्या कर कार में जला दिया था, जिसके बाद रामेहर ने परिजनों को फोन पर 11 लाख की डकैती और खुद की हत्या की बात कही थी. इसके बाद पुलिस ने रामेहर को बिलासपुर छत्तीसगढ़ से जिन्दा गिरफ्तार कर लिया था.
इसी मामले में मृतक रमलू गरीब परिवार से था जिसकी आथिर्क सहायता के लिए महापंचायत सोमवार को बुलाई गई थी. फिलहाल अब ये फैसला करना है कि परिवार को कितनी आर्थिक सहायता दी जाए.
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